पुष्पा तिर्की के शेल्टर होम में बच्चों के संदेहास्पद आंकड़े पर जमशेदपुर के भाजपा नेता अंकित आनंद ने उठाये सवाल
टेल्को के खड़ंगाझार स्थित शमशेर टॉवर अपार्टमेंट के फ्लैट में चलित मदर टेरेसा शेल्टर होम मामले में पूर्व भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने शुक्रवार को चौंकाने वाला ट्वीट किया। उनके ट्वीट से जमशेदपुर में हड़कंप मचा है। अंकित आनंद ने शेल्टर होम में संरक्षित बच्चों के आँकड़ें पर गंभीर सवाल उठाये हैं। पूर्वी सिंहभूम जिले के बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की पर लगे कथित यौन उत्पीड़न एवं प्रताड़ना के आरोपों के बाद एवं पुलिस की दबिश से वे फ़रार हैं।
पुष्पा रानी तिर्की के सामने न आकर, पक्ष रखने की जगह छिपने और भूमिगत होने से कई सवाल और संदेह जन्म ले रहे हैं। शुक्रवार को पूरी जिम्मेदारी से ट्वीट करते हुए पूर्व भाजपा जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के शेल्टर होम में बच्चों की संख्या पर पुष्पा रानी तिर्की के दावों पर प्रश्नवाचक चिन्ह खड़ा कर दिया। अंकित ने सीडब्ल्यूसी की चेयरमैन पुष्पा तिर्की को ‘मदर इंडिया’ का संज्ञा दिया किंतु तंज के माध्यम से जबरदस्त प्रहार भी किया है। उन्होंने कहा कि मदर इंडिया (पुष्पा) के शेल्टर हाउस से 12 बच्चें मिस्टर इंडिया (गायब) कैसे हुए इस रहस्य का उद्भेदन जरूरी है।
ज्ञातव्य है कि एक राष्ट्रीय अखबार के स्थानीय संस्करण में पुष्पा रानी तिर्की को लेकर प्रकाशित विशेष साक्षात्कार को मुद्दा बनाते हुए भाजपा नेता अंकित आनंद ने गंभीर और जिम्मेदार ट्वीट कर प्रशासन के कान खड़े कर दिये है। इससे सनसनी फैल गई है और जाँच कमिटी भी चौकन्ना हो गई है। 24 अक्टूबर 2020 (शनिवार) की ऑनलाइन समाचार पोर्टल की वेबलिंक को अपनी ट्विटर हैंडल से साझा करते हुए अंकित आनंद के सवाल ने मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट की मुसीबतों में कई गुणा बढ़ोत्तरी कर दी है।
हालांकि भाजपा नेता अंकित ने पुष्पा तिर्की अथवा शेल्टर होम के संचालको पर सीधा आरोप नहीं लगाया है, बल्कि अखबारों में प्रकाशित पुष्पा रानी तिर्की के बयानों को ही आधार मानते हुए सवाल खड़े कर दिये है। इस सवाल के बाद प्रशासन को जाँच का एक अलग दृष्टिकोण मिल गया है। महानगर भाजपा के पूर्व प्रवक्ता की ट्वीट के अनुसार मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा चलित शेल्टर हाउस में रह रहे बच्चों की वास्तविक संख्या को लेकर पुष्पा रानी तिर्की के बयानों में भिन्नता है।
यह भिन्नता अत्यंत महत्वपूर्ण और चौंकाने वाले सवाल खड़े कर रहे हैं। भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि संस्था का उद्देश्य परम शाश्वत है, किंतु संचालकों की कार्यसंस्कृति और मंशा संदिग्ध है। अनाथ बच्चों को आश्रय देना पुनीत कार्य है, किंतु आश्रय की आड़ में कथित यौन उत्पीड़न अत्यंत संगीन है।
अंकित आनंद ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह जांच का विषय है कि 24 अक्टूबर 2020 के साक्षात्कार में पुष्पा रानी तिर्की के अनुसार उनके शेल्टर होम में भिन्न आयुवर्ग के कुल 55 बच्चे थें। वहीं पिछले दिनों उनपर लगे आरोपों के बाद मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने पूरी जिम्मेदारी के साथ बच्चों की संख्या 43 बताया था। इसके बाद से वे लगातार फ़रार अथवा भूमिगत चल रही हैं।
पूर्व भाजपा जिला प्रवक्ता ने ट्वीट द्वारा सवाल उठाते हुए उपायुक्त, एसएसपी एवं जाँच कमेटी के संज्ञान में इस विषय को लाया है और इस रहस्य से पर्दा उठाने और वास्तविकता सामने लाने का अनुरोध किया है। बताया गया कि एक वर्ष से कम समय में आंकड़ों में 12 बच्चों का अंतर होना बेहद रहस्यमयी घटना प्रतीत होती है। उन्होंने माँग किया कि यह अंतर डेटा-मिसमैच की वजह से है अथवा बच्चें गुमशुदा या बेच दिये गए हैं, इसकी गहनता से जाँच करनी चाहिए। इधर मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के शेल्टर होम में रह रहें बच्चों को दूसरे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीम बस के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई है।