जमशेदपुर महानगर भाजपा अध्यक्ष सुधांशु ओझा का अपने ही जमशदेपुर पूर्व की कैंडिडेट पूर्णिमा साहू दास के खिलाफ आपत्तिजनक बयान, महिला प्रत्याशी को प्रोडक्ट बता दिया, लोगों ने जताई आपत्ति
जमशेदपुर के महानगर भाजपा अध्यक्ष सुधांशु ओझा द्वारा एक चैनल को दिया गया बयान बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने जमशेदपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र की अपनी ही भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा साहू दास को नया प्रोड्क्ट बताया है। जिसको लेकर सोशल साइट पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। भाजपा के कई नेता व संभ्रांत नागरिकों ने इस बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा है कि अगर इसी प्रकार के बयान भाजपा नेताओं को देना हैं तो फिर वे अपने भाषणों में नारी सम्मान की बातें करना बंद करें।
सुधांशु ओझा ने एक चैनल को दिये गये बयान में कहा है कि ब्रांडेड कंपनी हो, और उसका प्रोडक्ट नया हो तो कस्टमर के अंदर एक आकर्षण होता है। नया प्रोडक्ट पूर्णिमा दास है, क्योंकि नया मॉडल है, नया कैंडिडेट हैं, जिसके बारे में लोग जानते नहीं थे, तो भाजपा के विश्वास के साथ हमारा जो नया कैडिंडेट आया इसके प्रति लोगों में एक नया आकर्षण है। इधर इनका ये बयान आया और इनके बयान वायरल होते ही हर दल के लोगों ने आपत्ति दर्ज कर दी।
विद्रोही24 ने जब इस मुद्दे पर बुद्धिजीवियों और भाजपा के ही संभ्रांत नेताओं से बातचीत की तो उनका कहना था कि ये बयान बहुत ही आपत्तिजनक है। यह बर्दाश्त के बाहर है। हमारे देश की महिलाएं प्रोडक्ट नहीं, बल्कि हमारी स्वाभिमान है। हमारी पार्टी में ही राजमाता विजया राजे सिंधिया और सुषमा स्वराज जैसी महान नेत्रियां हुई हैं, जिन्होंने देश का मान-सम्मान बढ़ाया। उस पार्टी में इस तरह की सोच और बयान, निश्चय ही पार्टी को गर्त में ले जानेवाला है।
विद्रोही24 ने जब इसी संबंध में कई पत्रकारों से बातचीत की तब उनका कहना था कि भाजपा नेताओं को कोई भी बात बोलने से पहले दस बार सोचना चाहिए, कि इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। हमारे यहां महिलाएं कभी प्रोडक्ट नहीं रही और न ही उन्हें प्रोडक्ट माना गया। पता नहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष ने अपने बयान में इस तरह का शब्द क्यों प्रयोग किया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को चाहिए कि इस पर कम से कम इनसे अपने बयान के लिए खेद तो अवश्य प्रकट करायें।
दूसरी ओर अन्य दलों की महिला नेत्रियों का कहना था कि भाजपावाले दूसरे दलों के नेताओं के खिलाफ तो खुब बयान देते हैं। आंदोलन करते हैं। हाल ही में इरफान अंसारी और डा. अजय कुमार के खिलाफ आंदोलन करते नजर आये। अब चूकि उनके ही नेता ने अपनी ही प्रत्याशी को प्रोडक्ट करार दिया, तो क्या उसके खिलाफ भी भाजपा की महिला नेत्रियां सड़कों पर उतरेंगी या ऐसे ही चुप रह जायेंगी।