गोड्डा पुलिस की निष्क्रियता से झारखण्ड हुआ कलंकित, साध्वी के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना, CM हेमन्त ने लिया संज्ञान, एक गिरफ्तार
दिनांक सात सितम्बर की रात्रि में गोड्डा के एक आश्रम में चार अपराधियों द्वारा हथियार का भय दिखाकर एक 46 वर्षीया साध्वी का अस्मत लूटना, ये झारखण्ड के माथे पर सबसे बड़ा कलंक है। जिसने इस अपराध को किया, वह पहले से ही कई अपराधों को अंजाम दे चुका है, ये स्थानीय पुलिस का कहना है। पुलिस उन चार अपराधियों में से एक प्रमुख दुष्कर्मी भोली यादव का बेटा दीपक राणा, जिसकी उम्र 22 वर्ष है, उसे गिरफ्तार कर चुकी है।
इस जघन्य अपराध की सूचना मिलने पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने त्वरित संज्ञान लिया और अपराध में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें सजा दिलाने का आदेश संबंधित पुलिस को दिया है। इस कांड में गिरफ्तार भोली यादव का बेटा ने स्वीकार किया है कि उसने इस घटना को अंजाम दिया है, लेकिन अभी भी इस घटना में शामिल अन्य तीन अपराधी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।
बताया जा रहा है कुछ दिन पहले ही दीपक राणा जेल से बाहर आया है और आते ही के साथ उसने इतनी बड़ी घटना सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दे दिया। आश्चर्य है कि गोड्डा पुलिस ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, उसमें उसने विस्तार से भोली यादव के बेटे के कुकृत्यों की लिस्ट भी जारी की है, पर ये बताना भूल गई कि आधा दर्जन से भी ज्यादा विभिन्न कांडों में शामिल ऐसा अपराधी जब जेल से निकलता हैं, तो क्या उस इलाके में अपराध बढ़ने की संभावना नहीं रहती है क्या?
गोड्डा पुलिस ने उन पुलिसकर्मियों की एक सूची भी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि कितने पुलिसकर्मियों ने भोली यादव के बेटे को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, पर ये नहीं बताई कि उससे कहां चूक हो गई कि इतनी बड़ी घटना घट गई और झारखण्ड पर कलंक लग गया।