झामुमो ने दी राज्यपाल को सलाह टूलकिट न बनें, साथ ही उन चैनलों को चेतावनी जो फैला रहे CM हेमन्त के इस्तीफे देने की झूठी खबर
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाताओं से बातचीत में झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस को सलाह दी कि वे टूलकिट न बनें, साथ ही उन चैनलों को चेतावनी भी दी, जिन्होंने कल ये खबर चला दी थी कि आज यानी गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन चार बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने जायेंगे।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने उन चैनलों को साफ कहा कि वैसे पूंजीपति लोग सावधान हो जाये, और इस प्रकार की हरकतें बंद करें। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जब उनकी पार्टी को सत्ता मिली थी, उसी वक्त कोरोना ने अपना जाल फैला दिया था, दो वर्षों तक उनकी पार्टी लोगों को बचाने और उनकी आजीविका कैसे चले, इस पर ध्यान देती रही और जब 2022 में मौका मिला तो वे सारे काम करने शुरु किये, जो जनता से उनकी पार्टी ने वायदे किये थे।
उन्होंने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना, पारा शिक्षकों की 16 साल पुरानी मांगों को पुरा करना, तीस हजार शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रियाओं को शुरु करना, असाध्य रोगों के लिए पांच लाख की राशि को दस लाख कर देना, आदिवासियों-मूलवासियों के लोगों को पढ़ने के लिए विदेश भेजना, ओल्ड पेशन योजना को पुनः लागू करना, पुलिसकर्मियों को उनकी पुरानी मांगों को पूरी करने का काम, उनकी सरकार ने किया।
उन्होंने कहा कि कितने दुर्भाग्य की बात है कि सात दिनों के बाद जब यूपीए का प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलता है, तब पता चलता है कि चुनाव आयोग ने पत्र भेजा है। राज्यपाल कहते है कि वे इस संबंध में कानूनी सलाहकारों से सलाह ले रहे हैं और आज सीधे गृह मंत्रालय पहुंच जाते है, क्या गृह मंत्रालय ही कानूनी सलाह देगा? सुप्रियो ने कहा कि पहले तो आईटी, ईडी, सीबीआई का ही जोर था, और अब नया नाम इसमें जुड़ गया ईसीआई। सचमुच ये अजीब विडम्बना है।