सोशल मीडिया पर एक राजनीतिक दल के पक्ष में चल रहे प्रोपेगंडा के खिलाफ JMM ने EC को की शिकायत
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में सोशल मीडिया पर समाज को बांटने, धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैलाने, एवं साम्प्रदायिक भावनाओं को उभारने वाले बयान, प्रचार-प्रसार एवं भ्रामक तथ्यों को जारी करने के प्रयास को निषिद्ध करने का अनुरोध किया है।
उनका कहना है कि 17वें लोकसभा के गठन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आहुत लोकसभा साधारण निर्वाचन 2019 के घोषणा के साथ ही संपूर्ण राष्ट्र में आदर्श आचार संहिता लागू है। आदर्श आचार संहिता के अहर्ता में सोशल मीडिया भी है। सोशल मीडिया पर निरन्तर निगरानी रखने के लिए कई प्रकार के दिशा-निर्देश जारी किये गये थे।
सोशल मीडिया अर्थात् डिजिटल न्यूज पोर्टल, वाट्सएप, फेसबुक, मैसेन्जर, इनस्टाग्राम, ट्वीटर आदि अन्य डिजिटल प्लेटफार्म पर लगातार धर्म एवं जाति-सम्प्रदाय को आधार बनाकर, एक विशेष राजनीतिक दल (भाजपा) के पक्ष में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।सुप्रियो भट्टाचार्य के अनुसार सबसे ताजा उदाहरण आज के फेसबुक के एक पोस्ट का है।
जिसमें झामुमो के पूर्व विधायक अमित कुमार के एक फाइल फोटो को मुख्यमंत्री के साथ जोड़कर विनोद कुमार, जेएमएम, रांची जिला के प्रोफाइल से पोस्ट किया गया है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारत निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया है कि सोशल मीडिया की निगरानी और भी गहनता एवं निष्पक्षता से की जाय, ताकि एक विशेष राजनैतिक दल के पक्ष में समाज को धर्म, जाति, संप्रदाय के नाम पर बांटने के प्रयास को रोका जा सकें, तथा कुत्सित एवं तथ्य विहिन प्रचार-प्रसार पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जा सकें।