राजनीति

डुमरी में आजसू के सुदेश महतो के विवादास्पद बयान पर जेएमएम की चुनाव आयोग से मांग, सुदेश की सारी चुनावी सभाओं पर लगे रोक, कानूनी कार्रवाई भी हो

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज आजसु सुप्रीमो सुदेश महतो की भाषा व मनोभाव की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ये वही सुदेश महतो है, जिसने कभी जगरनाथ महतो की चिता के समक्ष प्रेस को सार्वजनिक रुप से कहा था कि मैं जगरनाथ महतो के परिवार के साथ हूं। वो आज कह रहा है महतो महिला को कि आप शराब बेचवा रही है।

क्या सुदेश महतो को नहीं पता कि वो एक मंत्री हैं। उन्होंने अपना पति खोया है। ये कौन सी भाषा है? और जब उनकी इस भाषा व मनोभाव से लोग आक्रोशित हो रहे हैं, उनका बहिष्कार कर रहे हैं, तो वे चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाते हैं, कहते हैं कि झामुमो के लोग तांडव कर रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि दरअसल भाजपा और एनडीए में शामिल लोगों का यही चरित्र हैं, ये किसी भी बहन, बेटी व महिला का सम्मान नहीं करते।

उन्होंने कहा कि मधुपुर में 1952 से लेकर आज तक जब कभी चुनाव हुआ तो एक से ज्यादा मुस्लिम प्रत्याशी वहां दिखाई पड़े, पर जब हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उपचुनाव हुए तो वहां सभी मुस्लिम प्रत्याशियों ने कहा कि हाजी साहब के श्रद्धांजलि स्वरुप वहां से कोई मुस्लिम प्रत्याशी खड़ा नहीं होगा। जबकि डुमरी में क्या हो रहा है?

जो जगरनाथ महतो 1932 के खतियान, ओबीसी आरक्षण, शिक्षा, आदिवासियों-मूलवासियों के अधिकारों-रोजगारों के लिए हमेशा से सजग रहे, उसके खिलाफ एक ऐसा आदमी वक्तव्य दे रहा है, जिसने 2001 में बाबूलाल मरांडी के शासनकाल में पिछड़ों के आरक्षण को 28 से 14 प्रतिशत कर दिया। आखिर वो किस मुंह से वहां डुमरी में घुम रहे हैं। 2019 के अपने घोषणा पत्र में सुदेश ने आरक्षण को 73 प्रतिशत करने की बात कही थी और आज लेक्चर दे रहे हैं, दरअसल यही एनडीए का चरित्र है।

उन्होंने कहा कि सुदेश महतो को अपने दिये बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने एक संभ्रांत और मंत्री को शराब बेचने के साथ जोड़ा है। उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग से मांग करते है कि उनकी सभी सभाओं पर रोक लगाई जाये। उन पर जो जरुरी कानूनी कार्रवाई हो सकती है, वो की जाये। क्योंकि ये बहुत ही गलत हुआ है।

सुप्रियो ने कहा कि उनके पास गवाह भी है जो ये बताने के लिए तैयार है कि डुमरी में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की तैयारी की जा रही है। किराये के आदमी को लाया जा रहा है। पैसा तो पानी की तरह इस प्रकार बहाया जा रहा है कि उसका कोई हिसाब नहीं। सुप्रियो ने कहा कि डुमरी विधानसभा उपचुनाव का परिणाम भाजपा व एनडीए के सफर के रास्ते पर विराम लगाने का काम करेगा। इंडिया गठबंधन की यहां सुनहरी जीत होगी।