झामुमो नेताओं ने बड़े वाहनों से भी बालु ढुलाई की अनुमति देने का मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से लगाई गुहार
बालु कारोबार में लगे बड़े-बड़े उन व्यापारियों के हालत इन दिनों पस्त है, जिनके पास बड़े-बड़े हाइवा जैसे ढुलाई वाहन है। पिछले दिनों राज्य सरकार के खनन विभाग ने बड़े वाहनों से बालु ढुलाई पर प्रतिबंध लगा दिया तथा छोटे वाहनों जैसे ट्रकों के द्वारा ही सिर्फ बालु ढुलाई की इजाजत दे दी, फिर क्या था, बालु व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
बालु व्यापारियों से जुड़े संगठनों ने प्रेस कांफ्रेस, धरना-प्रदर्शन आदि से सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट कराया, पर इन्हें सफलता नहीं मिली, इधर बालु के धंधे में झामुमो के लोग भी लगे हैं, जिसको देखते हुए परेशानी तो उन्हें भी हैं, वे इन परेशानियों से आजिज होकर स्वयं रांची आकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात की तथा इस ओर ध्यान देने का अनुरोध किया।
धनबाद से आये बालु कारोबारियों का कहना था कि बड़े वाहनों से बालु ढुलाई पर रोक लगा दिये जाने से स्वयं सरकार को ही बहुत नुकसान हो रहा है, जो सरकार द्वारा निर्माण कार्य चलाये जा रहे हैं, उन निर्माण कार्यों तक बालु उपलब्ध नहीं हो पा रहा, दुसरी ओर राज्य की जनता को गृह निर्माण आदि कार्यों में भी बाधाएं पहुंच रही हैं, इसलिए सरकार को चाहिए कि इस पर वो ठोस निर्णय लें, नहीं तो स्थिति विकट हो जायेगी।
धनबाद से आये झामुमो नेताओं ने यह भी कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि राज्य के मुख्यमंत्री इस पर विचार करेंगे तथा बड़े वाहनों से भी बालु ढोये जाये इसका आदेश पारित करायेंगे। इधर खनन विभाग ने राज्य सरकार द्वारा पारित आदेश को जमीन पर उतारने के लिए कमर कस दी हैं, अगर राज्य सरकार बड़े वाहनों को बालु ढोने का आदेश नहीं देती हैं, तो और किसी का काम प्रभावित हो या न हो, पर इस धंधे में लगे लोगों के हालत जरुर पस्त हो जायेंगे।