राजनीति

बाबूलाल से संबंधित 2018 का मामला झामुमो ने आज उठाया, जवाब देने की हिम्मत न तो रघुवर दास और न ही बाबूलाल मरांडी में, भाजपा के अन्य स्थानीय नेताओं की तो बात ही मत करिये

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और उनके सलाहकार सुनील तिवारी के खिलाफ कड़ा प्रहार किया। आज की संवाददाता सम्मेलन में सुप्रियो ने 2018 में बाबूलाल मरांडी द्वारा जेवीएम कार्यालय में की गई प्रेस कांफ्रेस और उस प्रेस कांफ्रेस में किस-किस भाजपा नेता ने, किस-किस जेवीएम विधायक को करोड़ों रुपये का भुगतान किसके माध्यम से और किसकी निगरानी में किया।

उस पूरे प्रकरण को कैसे बाबूलाल मरांडी उस वक्त संवाददाताओं के समक्ष रख रहे थे, उसकी ऑडियो टेप आज रांची स्थिति झामुमो कार्यालय में  संवाददाताओं को सुना दी। साथ ही इससे संबंधित सवाल भी पूछ डाले, जिसका जवाब न तो आज बाबूलाल मरांडी दे सकते हैं और न ही आज के भाजपा का कोई स्थानीय नेता।

सुप्रियो द्वारा सुनाये गये ऑडियो टेप में क्या है?

बाबूलाल मरांडी कह रहे हैं कि रणधीर कुमार सिंह, दो करोड़ रुपया, महेश पोद्दार के द्वारा, दीपक प्रकाश की निगरानी में। नवीन जायसवाल, दो करोड़ रुपया, चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह के द्वारा दीपक कुमार वर्मा की निगरानी में। अमर कुमार बाउरी एक करोड़ रुपया विरंची नारायण के द्वारा, संजय सेठ की निगरानी में। आलोक कुमार चौरसिया, दो करोड़ रुपया, अनन्त ओझा के द्वारा, उषा पांडेय की निगरानी में। जानकी प्रसाद यादव, दो करोड़ रुपया, रघुवर दास जो राज्य के मुख्यमंत्री है, उनके द्वारा राजेन्द्र सिंह की निगरानी में। वो लिखते हैं कि उपरोक्त 11 करोड़ रुपये से संबंधित सारे पर्ची, पावती पर्ची मुख्यमंत्री को सौंप दिया गया है और शेष राशि 36 माह के बाद खुद राज्य के मुख्यमंत्री उनलोगों को उपलब्ध करायेंगे, राकेश प्रसाद की निगरानी में।

टेप सुनाने के बाद सुप्रियो ने आगे क्या कहा?

सुप्रियो ने कहा कि चूंकि अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी है, तो यह सुनिश्चित होना चाहिए कि जो तत्कालीन विधायकों जो वर्तमान में भी विधायक हैं, उनके बचे हुए पैसे उन तक पहुंचा या नहीं, क्योंकि अब तो बाबूलाल मरांडी का पूरा दायित्व बनता है कि उन तक उनकी बची हुई शेष राशि पहुंचवा दिया जाये, क्योंकि अब तो वे स्वयं प्रदेश अध्यक्ष हैं और रघुवर दास राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है। सुप्रियो ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बाबूलाल मरांडी को क्या हो गया है? वे तो कह सकते है कि कुतुबमीनार से तो वे कुद ही गये थे, पर भाजपा वालों ने थाम लिया।

सुप्रियो ने कहा कि वे हजारीबाग में कहते है कि दस हजार करोड़ का घोटाला किया। आकड़ा भी जारी कर दिया। लेकिन तथ्य नहीं प्रस्तुत कर सकें और न ही बैलेंस शीट दिया। सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने जो 2018 में बयान दिया, वे उस बयान से अब कैसे मुकरेंगे? अगर आपको भ्रष्टाचार से लड़ना है तो आप बोलिये कि आपके नेता ने 20 लाख करोड़ रुपये बैंक कर्जा के राइट अप कैसे कर दिये। आप पूछिये अपने ईडी के मित्रों से, विदेश मंत्रालय से कि प्रतिष्ठित वकील हरीश साल्वे की तीसरी शादी में ललित मोदी क्या कर रहे थे? पूरी दुनिया में इसका विजुवल मौजूद है।

सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल मरांडी बताये कि उनके सलाहकार सुनील तिवारी की कंपनी से आपको बैंक के द्वारा पैसा कैसे भेजा जाता था, जब आप जेवीएम चलाते थे। सुनील तिवारी, योगेन्द्र तिवारी के साथ मिलकर कौन सा व्यवसाय करते थे। कैसे आप अपने आपको बचायेंगे? आप कभी रघुवर दास के खिलाफ खुलकर बोला करते थे, आज तो दोनों आप एक ही पार्टी में हैं तो 2018 वाली प्रकरण पर आपका स्टैंड क्या है? कभी आप ही सदन में कहा करते थे कि भ्रष्टाचार के कारण आपको रातों को नींद नहीं आती, पर सच्चाई यही है कि आपके ही शासनकाल में भ्रष्टाचार का बीज बोया गया। तभी तो जब उस प्रकरण पर जांच बैठी तो रघुवर दास ने उस जांच को क्यों रोक दिया, क्लीन चिट सभी को कैसे दे दी गई?

सुप्रियो ने कहा कि लोगों के बीच मिथ्याचार फैलाना, उन्हें बरगलाना यही आप सभी का काम रह गया है। छत्तीसगढ़ में चुनाव होना हैं तो वहां भी कहा जा रहा है कि घोटाला हुआ। राजस्थान में लाल डायरी खोजी जा रही है। मध्य प्रदेश में जब नित्य दिन घोटाले उजागर हो रहे हैं तो उन पर पर्दा डाला जा रहा है। गुजरात में जहां ढाई दशकों तक भाजपा का शासन है, वहां के विद्युत निगम कंपनियां अडानी पर चोरी के आरोप लगा रही है, कह रही हैं कि वो पैसे ठगी है। कभी बाबूलाल मरांडी भी गोड्डा में अडानी के खिलाफ मुखर हुआ करते थे और आज उनका समर्थन कर रहे हैं। मतलब ये जो धप्पा करके भागने का काम जो बाबूलाल कर रहे हैं, उन्हें झामुमो बता देना चाहती है कि उनका जल्द ही वे एक्सपोज करेंगे।