झामुमो ने नड्डा के कल की सभा का वीडियो दिखाकर खोला पोल, नहीं दिखी भीड़, ED के औचित्य पर भी उठाया सवाल, ताल ठोक कर कहा भाजपा का झारखण्ड में जनाधार नहीं
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जैसे सावन के अंधे को हमेशा हरा-हरा दिखाई देता है, ठीक वही हाल भाजपा का अभी हो गया है। कल जे पी नड्डा की सभा को लेकर जो भाजपा ने ताम-झाम दिखाया था, ऐसा बताया था कि कोई मेघदूत आनेवाला है। वो बाबूलाल से लेकर नड्डा तक के भाषण को देखकर जे पी नड्डा और भाजपाइयों को हकीकत जरुर पता चल गया होगा।
सुप्रियो ने कहा कि वे कई बार भाजपा के लोगों को बता चुके हैं कि वे अपनी नुक्कड़ सभा उस दिन करें, जिस दिन हाट-बाजार लगता हो, ताकि भले ही आलू-प्याज ही खरीदने कोई क्यों न गया हो, आपके नुक्कड़ सभा में आकर आपके नुक्कड़ सभा की लाज रख लें। सुप्रियो ने इसी दौरान कल रांची के हरमू मैदान में जे पी नड्डा की हुई सभा का वीडियो भी दिखाया। उस वीडियो से साफ पता लग रहा था कि नड्डा के सभा में उतनी भीड़ नहीं, जितना होना चाहिए था।
सुप्रियो ने कहा कि कल की नड्डा की सभा में मात्र 1200 लोग मौजूद थे। सुप्रियो ने कहा कि कल नड्डा झारखण्ड में आदिवासी महिला पर अत्याचार की बात कर रहे थे। लेकिन वे ये बताना भूल गये कि मणिपुर में किस दल की सरकार है। जहां आदिवासी महिलाओं के साथ कितना बड़ा हादसा हुआ। उसे पूरे देश ने देखा। सुप्रियो ने कहा कि शायद जेपी नड्डा को ये मालूम नहीं कि मध्यप्रदेश जहां उनकी ही दल की सरकार है। उस राज्य के उज्जैन में एक महिला के साथ क्या हुआ और उसी मध्यप्रदेश में कैसे एक आदिवासी के उपर पेशाब किया गया।
सुप्रियो ने कहा कि दिल्ली पुलिस जिन पर गृह मंत्री अमित शाह का सीधा हस्तक्षेप होता है। जिस सांसद को दिल्ली पुलिस ने रेप का आरोपी बताया। उस आरोपी को भी अब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं की है। वहीं पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने उन्हीं के सांसद के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया, पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
सुप्रियो ने कहा कि ये तो राष्ट्रपति को भी अपने हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। जब दलित राष्ट्रपति थे और संसद के नये भवन का शिलान्यास होना था, तो उन्हें नहीं बुलाया। नये संसद का उद्घाटन होना था तो उस नये संसद के उद्घाटन में एक आदिवासी राष्ट्रपति को भी निमंत्रित नहीं किया और ये आदिवासी की सम्मान की बात करते हैं। आश्चर्य तो तब और होता है, जिस व्यक्ति ने अपने ही हिमाचल प्रदेश में पार्टी को जीता नहीं सका, वो व्यक्ति झारखण्ड में झामुमो पर अंगुली उठा रहा है।
उन्होंने जेपी नड्डा से पूछा कि जिस शराब घोटाले के बारे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमन्त सरकार को कोस रहे थे। वे खुद बताये कि जिस योगेन्द्र तिवारी को ईडी ने गिरफ्तार किया। वो योगेन्द्र तिवारी ने तो नाम भी बताना शुरु कर दिया है। भाजपा इस पर क्यों नहीं श्वेत पत्र जारी करती। योगेन्द्र तिवारी के ऑफिसियल एकाउंट से सुनील तिवारी के मार्फत बाबूलाल मरांडी को पैसा गया की नहीं।
सुप्रियो ने कहा कि नड्डा साहब लैंड स्कैम की बात करते हैं। जबकि सबसे बड़ा लैंड स्कैम तो इनके पीएम मोदी जी ने किया है। पोर्ट जो पोर्ट ट्रस्ट ऑफ इंडिया की हैं, उस पोर्ट को मोदी जी ने अडानी को दे दिया। एयरपोर्ट जो एयरपोर्ट ट्रस्ट ऑफ इंडिया की है। उसे भी अडानी को दे दिया। जिस ईडी ने जिसकी संपत्ति जब्त की। उसे महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री बना दिया। नारायण राणे को केन्द्र में मंत्री बना दिया।
सुप्रियो ने कहा कि जे पी नड्डा बड़ा नेता बनते हैं, दरअसल ये झूठ के सहारे पर ही चलते हैं। जहां कल इनकी सभा हुई। उस सभा से पांच सौ मीटर की दूरी पर रांची के विधायक, दो किलोमीटर की दूरी पर कांके विधायक रहते हैं। छः विधानसभा को मिलाकर सभा थी। इन छः विधानसभा में जितने बूथ हैं। उतने बूथ के बराबर भी इनके लोग ही खुद नहीं पहुंचे थे। मतदाता की तो बात ही छोड़ दीजिये।
सुप्रियो ने कहा कि जितना भाजपा के नेता टेंट और कुर्सी पर खर्चा कर रहे हैं। हमारा सुझाव रहेगा कि उससे अच्छा है कि वे अपने कार्यालय के पास लंगर खोले और जिनका इन्होंने निवाला छीना है, उन्हें कम से कम दो टाइम का खाना खिलवा दें। क्यों इतना बैनर पर खर्च कर रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि अब तो ईडी के औचित्य पर भी सवाल है। जिस गुजरात सरकार ने अडानी को कहा कि तीन हजार करोड़ आपने ज्यादा बिंलिंग की है। उसे लौटाइये। इंडोनेशिया जहां से कोयला गुजरात के लिये चला। उसकी बिलिंग दुबई और ताइवान से कैसे हो गई? क्या ये कोयला घोटाला नहीं है? क्या ये मनी लॉड्रिंग नहीं है? ईडी जाये और ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें, क्योंकि अब तो उसके औचित्य पर सवाल है।