राजनीति

झामुमो ने कहा – भाड़े के प्यादों से लड़ाई नहीं जीती जाती, 11 अप्रैल के बाद भाजपा अपनी जगहंसाई कराने को रहे तैयार

11 अप्रैल को रांची के प्रोजेक्ट बिल्डिंग के समक्ष भाजपा द्वारा आयोजित हेमन्त हटाओ झारखण्ड बचाओ जनसैलाब प्रदर्शन को लेकर आज झामुमो ने भाजपा को खुब खरी-खोटी सुनाई। झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाड़े के प्यादों से लड़ाई नहीं जीती जाती। पैसा-भोजन देकर व ट्रेन में सफर करवाकर आंदोलन नहीं होता। इसलिए 11 अप्रैल के बाद भाजपा अपनी जगहंसाई कराने के लिए भी तैयार रहे।

सुप्रियो ने कहा कि भाजपा इन दिनों नये इतिहास गढ़ने का काम कर रही है। वो राज्य को अस्थिर करने की साजिश रच रही हैं, जिसे हम सफल होने नहीं देंगे। आखिर भाजपा ने 11 अप्रैल को ही प्रदर्शन की तिथि क्यों निर्धारित की? संथाल से ही ट्रेन क्यों चलवाया? इसका जवाब भी 11 अप्रैल को ही संथाल में मिल जायेगा, संथाल की जनता भाजपाइयों को स्वयं जवाब दे देगी।

सुप्रियो ने कहा कि देश में जो स्थिति है। उससे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। बेरोजगारी-महंगाई बढ़ रही है। राज्य में आपदा पर आपदा आ रही है। राज्यों का सहयोग घट रहा है। मनरेगा का पैसा कम किया जा रहा है। शिक्षा का पैसा घटाया जा रहा है और यहां के भाजपाई लोगों को भड़काने में लगे हैं। सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के लोग जब से हेमन्त सरकार आई है। उसे अस्थिर करने में लगे हैं।

उन्होंने कहा कि बहुत कुछ उछल कूद मचा लिया। एजेसिंयों का सहारा लेकर भी जब इनका काम नहीं सधा तो ये 11 अप्रैल की जमावड़ा लेकर आ गये। गोड्डा से 18 बॉगी वाली स्पेशल ट्रेन चला रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि उक्त ट्रेन से कितने लोग आयेंगे बामुश्किल 2160 या 4320, इससे ज्यादा लोग तो रांची के शालीमार बाजार में बाजार लगाने के लिए आ जाते हैं। भाजपा को तो चाहिए था कि वहीं किसी ठेले या खोमचे पर भाजपा का झंडा लगाकर प्रदर्शन का श्रेय ले लेती। इतना खर्च करने की क्या जरुरत है।

सुप्रियो ने कहा कि आखिर भाजपा के पास इतना पैसा कहां से आता है? वातानुकूलित ट्रेन कैसे बुक हो जाता है? उन्होंने कहा की आद्रा रेल मंडल में एक आंदोलन से कई ट्रेनें प्रभावित है, पर यहां देखिये तो भाजपाइयों को खुश करने के लिए एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था रेल-पदाधिकारियों ने कर दी। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में रेल-पदाधिकारियों के जवाब देना होगा कि ट्रेन बुक करने के पैसे कहां से आये और किसने उपलब्ध कराये?

सुप्रियो ने कहा कि भाजपा को शायद नहीं मालूम की यहां की जनता ने हेमन्त सरकार को पांच साल का जनादेश दिया है। पचास साल का आशीर्वाद भविष्य के लिए सुरक्षित है। यहां की जनता के पास विकल्प होता तो वो हेमन्त सरकार को 25 साल के लिए चुन लेती। शायद भाजपाइयों को नहीं पता।