राजनीति

झामुमो ने लिया EX-CM रघुवर को निशाने पर, कहा कि अपने अर्काइव को खंगालकर खुद के शासनकाल में हुए 27 हजार MOU के वर्तमान स्टेटस पहले बताए रघुवर

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर खुब जमकर बरसे। अपने अंदाज में उन्होंने रघुवर दास को खुब खरी-खोटी सुनाई और प्रेस कांफ्रेस के माध्यम से अपनी बात रघुवर दास तक पहुंचा दी, वो भी यह कहकर कि अगर धुर्वा से उन्हें कांके रोड आना ही हैं, तो रास्ते में बायें-दायें कई हास्पिटल हैं, वहां भी जाकर घूम लें, इससे उन्हें आगे की स्ट्रेटजी बनाने में सहूलियत होगी।

सुप्रियो ने रघुवर दास पर चुटकी लेते हुए कहा कि इस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, जिनका विकास तीर्थ भ्रमण हो रहा है। ये विकास तीर्थ यानी शब्दों का ऐसा जाल, जिस पर विनाश की पटकथा बड़ी आसानी से लिखा जा रहा हैं, जो संस्थानों को कब्जे में लेकर, लोगों के मुद्दों को भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जिसे राज्य के लोगों ने नकारा, उनकी विधायिकी भी छीन ली और जो आज भी स्वपनलोक में जीते हैं। खुद को आज भी मुख्यमंत्री समझते हैं, उनका दौरा हुआ। अपने शासन काल में जो विफलताओं के साथ जिन्होंने आगे बढ़ने का काम किया। वो उन सफल क्रियान्वयन को किस प्रकार अपने में जोड़ा जाये, उसकी ये चाल चल रहे हैं।

सुप्रियो ने कहा कि रघुवर दास जब इतने बड़े नेता हैं, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, तो जो आज राज्य जल रहा है, जहां भाजपा के एक केन्द्रीय मंत्री का राजधानी में घर फूंका जा रहा हैं, जो खुद कह रहे है कि हमारा राज्य दो भागों में बंट चुका है, वहां उनको जाना चाहिए था, क्योंकि वे राष्ट्रीय नेता है। आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष मणिपुर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर रैली करते हैं और उधर 19 लोग मारे जाते हैं, उस पर आप बात नहीं करते।

आप बात किस पर करते हैं, कि मेरे समय पर एमओयू हुआ तो आपके समय में तो 27 हजार से ज्यादा एमओयू हुआ था, मोमेंटम झारखण्ड में तो बाकी एमओयू का हिसाब कौन देगा? बाकी में आपको सांप क्यों सुंघ जाता है? आप तो कई बार, कई फेज में जो हमलोग पहली बार शिलान्यास सुने थे, ग्राउंड ब्रेकिंग हुआ था, मतलब धरती फोड़, बोकारो में  जाकर, जमशेदपुर में जाकर, वो भूईफोड़ क्या हुआ?

सुप्रियो ने कहा कि रघुवर दास को अपना समय याद आ रहा है, रघुवर जी को लगता है कि उस समय में सत्ता का मदहोशी था, उसका हैंग ओवर पीरियड लगता है उनका बीता नहीं हैं। जमशेदपुर में लड़ाई लगवाना, ये बहुत सोची समझी स्थिति में भाजपा चल रही है। भारत सरकार तो कोई जवाब देती नहीं, लेकिन जो सोशल मीडिया से जो जानकारी है, कि 140 के लिए सोना पीतल में बदल गया, उसके लिए उत्तरकाशी हुआ। पूरे संप्रदाय को शहर व जिले व प्रदेश से निकालो, ये राजनीति शुरु कर दिया गया। कही सांप्रदायिक कही जातीय बंटवारा, उस पर भाजपा के किसी के द्वारा कोई बात नहीं करना, ये तो ऐसी स्थिति हो गई।

ऐसे में, मैं तो रघुवर जी को कहुंगा कि खाली बैठे हैं, आपके पास जरुर आपके पास अर्काइव होगा, 27 हजार जो आपके शासनकाल में एमओयू हुए, इन सबका स्टेटस बताइये। जो जमीन पर बम फोड़े थे, अर्थ ब्रेकिंग उसका हिसाब दीजिये। आप थोड़ा आगे निकल गये। आगे निकल के बायें घुम गये। या तो थोड़ा पहले बायें घुम जाते या दाये निकल जाते। तो अभी जो आपकी स्थिति हैं वो ठीक रहती, थोड़ा गाड़ी का तेल आपका ज्यादा जल गया।

थोड़ा आपको पीछे ही रहना चाहिए था, बाये-दाये भी हास्पिटल है, वहां उचित समुचित विश्वसनीय इलाज है, वहां प्राईमरी रेट, हायर सेकेंडरी रेट का हर तरह का इलाज है, अब से हम कहेंगे कि धुर्वा से कांके रोड आना ही है, तो आप आइये और दाये बाये के हास्पिटल में भी चल जाइये, ये हमारा सलाह था, हमें लगता है कि उन तक संदेश पहुंच जायेगा, तब उनको आगे का स्ट्रेटजी बनाने में ठीक रहेगा।