राजनीति

JMM ने दी BJP को चेतावनी, झारखण्ड में परीक्षा के नाम पर हेल्पलाइन जारी कर अराजकता एवं भ्रम न फैलाए

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह राजनीतिक और मानसिक रुप से परास्त होने के बाद अब राज्य में अराजकता एवं लोगों के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रही है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इंजिनियरिंग तथा मेडिकल परीक्षा प्रवेश के लिए नेशनल टेस्ट एजेंसी द्वारा जेईई और नीट की परीक्षाएं आयोजित करने का जो निर्णय लिया गया है, उस पर लगभग अस्सी प्रतिशत परीक्षार्थियों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।

उन्होंने कहा कि इन परीक्षार्थियों की आपत्तियों को देखते हुए अभी प्रवेश परीक्षा टाला जाना चाहिए। देश के कई राज्यों में मसलन दक्षिणी भाग से लेकर उत्तर तक, पश्चिम से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक अभी भयावह बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। असम, बिहार, ओड़िशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण कई क्षेत्र जलमग्न है, एवं राज्य के मुख्यालयों से कटे हुए भी हैं।

उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त अन्तर्राज्यीय रेल सेवाएं एवं सार्वजनिक परिवहन सेवाएं भी बंद है। इन परीक्षाओं में विदेश में रहनेवाले तीन हजार परीक्षार्थी भी परीक्षा देने में असमर्थ हैं। केन्द्र सरकार सिर्फ अपनी जिद के कारण ये परीक्षाएं आयोजित कर रही है, जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोश है।

उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं का आयोजन मई माह में होनेवाला था, जब देश में कोरोना संक्रमण के मामले दस हजार के करीब थे, उस वक्त दो बार इन परीक्षाओं को टाला गया और आज जब प्रतिदिन 80,000 संक्रमित मिल रहे हैं, उस वक्त ये प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं लगता।

उन्होंने भाजपाइयों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा देश सहित राज्य के लोगों के बीच भ्रम फैलाने के लिए हेल्पलाइन नम्बर जारी कर रही है, एवं झूठे और आधारहीन बातों का प्रचार कर रही है। परीक्षा केन्द्रों के बाहर अराजकता फैलाने के उद्देश्य से जमावड़ा लगाने का निर्णय ले रही है?

यह सरासर आपत्तिजनक ही नहीं, बल्कि अपराध भी है। राज्य में हेमन्त सोरेन की सरकार सक्षम है कि वह किसी भी विपरीत परिस्थिति में राज्य के लिए हर तरह की व्यवस्था कायम करने को सक्षम है तथा प्रतिबद्ध भी है। भाजपा अपने मंशा से बाज आए, एवं राज्य में किसी भी प्रकार की अराजकता फैलाने का काम नहीं करें।