जो मनोचिकित्सक बाबूलाल मरांडी के दिमाग को ठीक कर देगा, झामुमो उस चिकित्सक पर 11 लाख खर्च करेगी, नीचता पर उतरे भाजपा नेताओं के खिलाफ जल्द होगा मुकदमाः झामुमो
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशस्तरीय शीर्षस्थ नेताओं की हरकतों और उनकी भाषा से झामुमो गुस्से में हैं। कल वो गुस्सा दिखा भी, जब झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। सुप्रियो ने प्रेस कांफ्रेस की शुरुआत ही इन नारों से की कि ‘बापू हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है’। इसके बाद उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बापू के कत्ल करनेवाले लोगों, उनके सपने व संविधान को खत्म करनेवाले लोग जो आज भी हैं। उनकी राजनीतिक शक्ति को खत्म करने के खिलाफ पूरे देश में लोकतांत्रिक तरीके से लड़ेगी।
उन्होंने इसके बाद कहा कि उन्होंने कल ही कहा था कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन निजी कामों से दिल्ली गये हैं और वे काम के पश्चात दिल्ली से लौट भी आये। सुप्रियो ने कहा कि मुख्यमंत्री केवल व्यक्ति नहीं, बल्कि संस्थान भी है। वे राज्य के सर्वोच्च इंस्टिच्यूशन है। ऐसे में उस संस्थान/व्यक्ति के बारे में भाजपा द्वारा जिस प्रकार का वक्तव्य दिया गया। उस वक्तव्य पर सीआरपीसी की धारा 499 लागू होता है। जिसमें मानहानि की बात कही गई है।
सुप्रियो ने कहा कि मान का मतलब सम्मान और हानि का मतलब उस सम्मान के प्रति अपशब्द कहना या अपमान करना। ऐसे में जो उनके अध्यक्ष, सांसद जिस प्रकार का भाषा मुख्यमंत्री के प्रति बोले हैं। उन पर अपराधिक मुकदमा दर्ज करायेंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग ट्विट करते हैं। फोटो छापते हैं। 11 हजार का इनाम लिखते हैं। कहते हैं कि लापता है। ये नीचता की पराकाष्ठा नहीं तो और क्या है? सुप्रियो ने कहा कि ऐसे में वे अब बाबूलाल मरांडी पर 11 लाख खर्च करेंगे। जो भी मनोचिकित्सक बाबूलाल मरांडी के दिमाग को ठीक करेगा, पार्टी उस मनोचिकित्सक पर 11 लाख खर्च करेगी।
सुप्रियो ने पूछा वो 36 लाख रुपया ईडी का है या बाबूलाल मरांडी का?
सुप्रियो ने कहा कि उनका डाक्यूमेंटशन है। क्या करवा रहे हैं। उनका संगठन थाने जाता है। अरे शर्म करो भाजपावालों। जब मुख्यमंत्री ने कह दिया कि 31 जनवरी को ईडी वाले आ जाये तो ये फिर समय के पूर्व दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर कैसे पहुंच गये। कुछ एजेंसियों द्वारा कहा जा रहा है कि वहां से 36 लाख रुपये मिले तो फिर वे बताये कि किसी की अनुपस्थिति में तलाशी ली जा सकती है क्या? वो 36 लाख ईडी का था या बाबूलाल मरांडी का था, जो प्लांट कर रखा गया था।
अपना हेमन्त, हेमन्त बिस्व शरमा या अजीत पवार या नीतीश कुमार नहीं है
मतलब एक क्रिमिनल की तरह मुख्यमंत्री के साथ व्यवहार हो रहा है, गुंडागर्दी हो रही है, जब ये राजनीतिक तौर पर परास्त हो चुके तो केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने लगे। सुप्रियो ने साफ-साफ भाजपाइयों को कहा कि उनका सीएम हेमन्त सोरेन, हेमन्त बिस्व शरमा या अजीत पवार या नीतीश कुमार नहीं हैं, बल्कि वीर शिबू सोरेने का बेटा है। उधर राजभवन पर भी सुप्रियो ने भृकुटि तानी और कहा कि वे मुख्य सचिव और डीजीपी को बुलाकर बैठक कर रहे हैं।
भाजपाइयों को दुष्टों की टोली कहा सुप्रियो ने
गृह मंत्रालय पुछता है कि इस राज्य में कहा लॉ एंड आर्डर खराब है? मतलब येन केन प्रकारेन दुष्टों की टोली जो प्रपंच रच रहा हैं, उससे जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। सुप्रियो ने कहा कि कोई कहता है कि सीएम से किसी का संपर्क नहीं हो रहा, कोई कहता है प्रकट हुए, कोई कहता है लापता है, अरे तुम्हारा राशन पानी बंद हो गया क्या? सीएम हेमन्त को भाजपा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भाजपा प्रदेश कार्यालय जाना पड़ेगा क्या? 40 घंटा, मतलब शयनकक्ष, प्रसाधन, डाइनिंग हॉल, नहा रहे हैं तो भी घंटा, आखिर इतनी नीचता कहां से आ गई?