रांची के CM आवास पर झामुमो की विशाल रैली, CM हेमन्त ने ED व केन्द्र को चेताया, कहा हिम्मत है तो गिरफ्तार करो, हम झूकनेवाले नहीं
जैसा कि पहले से ही पता था, विद्रोही24 ने पूर्व में ही कहा था कि झामुमो ने रांची में रैली करने का मन बनाया हैं, वो आज देखने को मिल ही गया। कल शाम से ही झारखण्ड के विभिन्न कोनों से झामुमो कार्यकर्ताओं का जो रांची आना शुरु हुआ, वो आज दोपहर तक चलता रहा। बड़ी संख्या में इन झामुमो कार्यकर्ताओं का हुजूम रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहा था, जिसके कारण कांके रोड कई घंटों तक जाम रहा।
इस जाम से कई स्कूली बसें व एबुंलेंस को आने-जाने में कठिनाई हुई, पर खुद चूंकि मुख्यमंत्री माइक संभाले हुए थे, इन स्कूली बसों और एंबुलेंसों को कोई तकलीफ नहीं हुई। खुद मंच से मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि एंबुलेंस को जाने में कोई दिक्कत न हो, झामुमो कार्यकर्ता इस पर ध्यान दें, झामुमो कार्यकर्ताओं ने जल्द ही अपने नेता की बात मानी और रास्ता दे दिया।
इधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने नारा दिया – कैसे लिया झारखण्ड, झामुमो कार्यकर्ताओं जवाब दिया – लड़ के लिया झारखण्ड। उधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कैसे लेंगे अपना अधिकार, उधर झामुमो कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया – लड़ के लेंगे अपना अधिकार। हेमन्त सोरेन ने आज की रैली में स्पष्ट कर दिया कि वे प्रवर्तन निदेशालय के समन और केन्द्र व भाजपा के नेताओं की धमकियों के आगे झूकने नहीं जा रहे।
उन्होंने साफ कहा कि हिम्मत है, तो ईडी उन्हें गिरफ्तार करें। उन्होंने झामुमो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र के नेता बार-बार बोलते थे कि डबल इंजन की सरकार यहां चल रही हैं, उस डबल इंजन में से एक इंजन को तो यहां की जनता ने उखाड़कर फेंक दिया, अब दूसरा इंजन केन्द्र में बचा हैं, उसे भी उखाड़कर फेंक देना हैं। उन्होंने केन्द्र पर फिर आरोप लगाया कि राज्य के विकास संबंधी योजनाओं का कई करोड़ रुपये केन्द्र सरकार ने रोक रखे हैं, जिससे विकास प्रभावित हो रहा हैं।
उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को हम राज्य में फिर झारखण्ड स्थापना दिवस भव्य तरीके से मनायेंगे, उन्हें खुशी है कि उस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी सहमति दे दी हैं। हम घबरानेवाले नहीं, इस प्रकार की चुनौतियों से और तपकर निकलेंगे। इससे झामुमो और ताकतवर बनकर निकलेगा। हम जेल से नहीं डरते। हमारी सरकार अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि देश में संभवतः वे पहले मुख्यमंत्री हैं जो राजभवन जाकर कहा कि अगर चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ फैसला सुनाया हैं तो वे सजा सुनाये पर वे तो सेंकेड ओपनियन की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से उनकी सरकार आई हैं, इस सरकार को अस्थिर करने में केन्द्र व भाजपा के नेता लगे हुए हैं, और विभिन्न एजेंसियों को उनके खिलाफ लगा दिया है, जो गलत है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद जिस प्रकार से झारखण्ड की जनता को हमने सेवा करने का काम किया हैं, उसको लेकर विपक्ष में खुब खलबली मची हुई है। ये येन केन प्रकारेन सरकार को घेरने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखण्ड खनिज संपदा से भरपूर प्रदेश है। क्या यहां नहीं हैं, सब कुछ हैं। उन खनिज संपदाओं पर केन्द्र ने अधिकार कर, खुब घोटाला किया है। खनिज संपदाओं को लूटने का पाप कर ये लोग, अपने पाप का ठीकरा मेरे माथे पर फोड़ रहे हैं। इस बार हमलोगों ने तय कर लिया है कि इसका जवाब हमलोग देंगे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार के विकास संबंधी हमलोगों ने निर्णय लिया और जिससे जनता में एक प्रकार का विश्वास जगा है। हमारे खिलाफ उनके द्वारा लिया गया निर्णय का जवाब यहां की अब जनता देगी।
उन्होंने कहा कि ये सामंतीवादी सोचवाले लोग आदिवासी-दलितों को देखना ही पसंद नहीं करते। कभी आदिवासी-दलितों को फंसाने के लिए ये सीबीआई, कभी ईडी तो कभी कोर्ट-कचहरी का सहारा लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस राज्य में एक बाहरी गैंग सक्रिय हो गया है, जो यहां के आदिवासियों-मूलवासियों को अपने पैरों पर खड़ा होते नहीं देखना चाहता। ऐसे लोगो को, एक-एक लोगों को हमलोग जवाब दे रहे हैं। जांच के नाम, पर इन्कवायरी के नाम पर ये गड़बड़ियां फैला रहे हैं, जब भी उपचुनाव हुए, ये मुकी खाये हैं, फिर भी इन्हें शर्म नहीं आ रही हैं।