राजनीति

JMM का बयान, भाजपा की स्थिति तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा वाली, एक बाहरी, दूसरी मुंडा व तीसरी जेवीएम वाली,  भाजपा के लोग अब उस BJP को पांच ग्रुप में बांट चुके

झामुमो के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे यहां एक लोकोक्ति है – ‘तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा।’ यह लोकोक्ति भाजपा पर पूर्ण रुपेण फिट होने जा रहा है, क्योंकि भाजपा में बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष पर आरुढ़ हो जाने से झारखण्ड भाजपा की बिल्कुल यही स्थिति हो गई है। तीन पूर्व मुख्यमंत्री और तीनों की अपनी अलग-अलग भाजपा जैसे कि मध्यप्रदेश में हैं – एक नाराज भाजपा, दूसरा शिवराज भाजपा और तीसरा महाराज भाजपा। ठीक यहां भी एक बाहरी भाजपा, दूसरी मुंडा भाजपा और तीसरी जेवीएम भाजपा।

सुप्रियो ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर बाबूलाल मरांडी के आने से निश्चित ही झामुमो गठबंधन को फायदा होगा, क्योंकि जैसे 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ कोडरमा की एक सीट मिली थी और बाकी 13 सीटों पर झामुमो गठबंधन का कब्जा हो गया था, ठीक उसी प्रकार 2024 के लोकसभा चुनाव में झामुमो गठबंधन कमाल दिखायेगा, हो सकता है कि इस बार भाजपा को एक भी सीट नहीं मिले।

उन्होंने कहा कि भाजपा की हाल तो 2019 के बाद ऐसी हो गई है कि न तो उसे कोई विधायक मिल रहा है कि जिसे वो विधायक दल का नेता बना सकें और न ही कोई ऐसा संगठन में व्यक्ति जिसे वे प्रदेश अध्यक्ष बना सकें। उनके यहां सभी आयातित लोग ही भरे पड़े हैं, जिसे जिम्मेदारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी को सात वर्षों तक पानी पी-पी कर कोसनेवाले बाबूलाल मरांडी, जिन्हें कभी रघुवर दास ने कोढ़ तक कह डाला था, जिसके बारे में रघुवर दास ने कहा था कि बाबूलाल तीसरी दुनिया के आदमी, जिसे तिसरी की जनता ने ही अस्वीकृत कर दिया। आज वहीं बाबूलाल प्रदेश अध्यक्ष बन रहे हैं।

सुप्रियो ने कहा कि आदिवासी हित की बात करनेवाले बाबूलाल मरांडी को शायद पता नहीं कि थोड़ी ही दिन बाद 24 जुलाई आनेवाला है, जिसमें इन्हीं के डोमिसाइल आंदोलन के कारण तीन आदिवासियों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि दरअसल बाबूलाल मरांडी खौफ में है। शायद उन्हें पता नहीं कि झारखण्ड खैरात में नहीं मिला, बल्कि सैकड़ों कुर्बानियों का ये प्रतिफल है।

सुप्रियो ने कहा कि आज ही कुछ उन्होंने भाजपाइयों से बात की। उन भाजपाइयों ने उन्हें बताया कि आज बाबूलाल मरांडी के पदभार ग्रहण करने के बाद अब भाजपा पांच प्रकार की हो गई। एक -पुरानी भाजपा, दूसरी- रघुवर भाजपा, तीसरी-अर्जुन भाजपा, चौथी-जेवीएम भाजपा और पांचवी – दीपक भाजपा जो अभी नई-नई प्रकट हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा मित्र का ये भी कहना था कि बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष इसलिये भी बनाया गया है कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा की लूटिया गुल हो जायेगी तब इन्हें हटाकर बाहरी सीएम प्रोजेक्ट कर नये लोगों को स्थान दी जा सकें।

सुप्रियो ने यह भी कहा कि आज प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बाबूलाल मरांडी के पास बोलने के लिए कुछ था ही नहीं, तभी तो वे आलू की भुंजिया, आलू की सब्जी, आलू का चोखा-चटनी और सलाद की बातें कर रहे थे। ऐसे भी वे करेंगे क्या, उनके पास बोलने के लिए है क्या? उन्होंने कहा कि बाबूलाल बकोरिया कांड भूल गये। उन्हें तो 2014-19 के दौरान जिस पार्टी के खिलाफ अपने विधायकों को बचाने के लिए 10वीं अनुसूची की लड़ाई लड़ रहे थे, वे भी भूल गये।