अपनी बात

हाल ही में बेल पर जेल से निकले विष्णु अग्रवाल के हाथों बुके लेते केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देख भड़के रांची के पत्रकार, बुद्धिजीवी व नेता, उठाएं सवाल, भाजपा की हालत पस्त

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रांची आई थी एक कार्यक्रम में शामिल होने के बहाने भाजपा को इस चुनावी माहौल में मजबूती प्रदान करने को, लेकिन यहां हो गया उलटा, आई थी हरि भजन को ओटन लगी कपास वाली लोकोक्ति को, वो चरितार्थ कर बैठी। वे ऐसे लोगों से मिली, जिसको देखकर समाज का हर वर्ग भृकुटि तानकर बैठ गया और सवाल भी दाग रहा है। लेकिन सच्चाई यह भी है कि ये सवाल सोशल साइट पर जितना तगड़ा रुप से उठ रहा है। वो शायद ही किसी अखबार में कल देखने को मिले, क्योंकि भाजपा और संबंधित व्यवसायी विष्णु अग्रवाल से भला संबंध खराब करना कौन चाहेगा? वो भी तब जब सबके चलनी में छिद्रों की भरमार है और लक्ष्मी फिलहाल भाजपा और विष्णु अग्रवाल के इर्द-गिर्द घुम रही हो।

भ्रष्टाचार पर प्रहार करने के लिए प्रसिद्ध निर्दलीय विधायक सरयू राय ने तो अपने सोशल साइट पर लिखा है कि केन्द्रीय वित्त मंत्री जिनके अधीन प्रवर्तन निदेशालय है। रांची के होटल रेडिसन में जमानत पर छूटे ईडी के एक अभियुक्त से गुलदस्ता स्वीकार कर रही है। साथ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी है। संयोग से यही तस्वीर पूरे सोशल साइट पर वायरल हो रही है। जो विद्रोही24 के पास भी है।

पत्रकार संजय रंजन लिखते हैं कि सेना सहित अन्य जमीन घोटाले के आरोप में जेल जा चुका व्यवसायी विष्णु अग्रवाल ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। इस दौरान बाबूलाल मरांडी भी मौजूद रहे। इन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया था। जमानत पर बाहर है। ईडी वित्त मंत्री के अधीन ही आता है।

पत्रकार सुशील सिंह मंटू ने अपने सोशल साइट पर लिखा – शर्मनाक केन्द्रीय वित्त मंत्री जेल से लौटे जमीन दलालों के साथ पीपी, अंतू, हेमन्त व अन्य को पैरोल पर बुला लेते तो कार्यक्रम का रौनक दोगुना हो जाता बाबूलाल मरांडी जी या बेहतर होता होटवार जेल में ही कार्यक्रम का आयोजन हो जाता। यही दूसरे में लिखते हैं कि लगता है ये कार्यक्रम जेल से लौटे जमीन दलालों द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम था। यही लिखते हैं कि शर्मनाक तस्वीर भ्रष्टाचार के आरोप में होटवार जेल सै लौटने और हाई कोर्ट द्वारा सेना की निजता भंग करने के दोषी करार दिये जाने (मार्केटिंग कॉम्पलेक्स मामला) के बाद विष्णु अग्रवाल देश के वित्त मंत्री महोदया से मुलाकात करते हुए लाल गुलाब के साथ।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे समीर सिन्हा कहते है कि जब से झारखण्ड राज्य का निर्माण हुआ है तब से भाजपा और जेएमएम के लोग झारखण्ड में महालूट मचाए हुए हैं। झारखण्ड में हर एक प्रकार का घोटाला कर चुके हैं। अब तो यह साबित भी हो रहा है कि कौन-कौन लोग घोटाले में शामिल है तो सिर्फ झामुमो के नेताओं को क्यों जेल भेजा जा रहा है। उपरोक्त फोटो के माध्यम से यह प्रतीत हो रहा है कि बाबूलाल मरांडी और केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ऐसा संदेश देना चाह रहे हैं ईडी को कि वे विष्णु अग्रवाल के प्रकरण में आगे कोई कार्रवाई न करें।

समीर सिन्हा ने केन्द्रीय सतर्कता आयोग को टिव्ट करके पूछा है कि  उनके द्वारा आयोग के कार्यालय में की गई शिकायत 52939/2024 एवं 54145/2024 के आरोपी विष्णु अग्रवाल जिसे सेना के जमीन में प्रवर्तन निदेशालय ने लाभ पहुंचाया। वह आरोपी केन्द्रीय वित्त मंत्री सीतारमण और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एक साथ है ऐसे में क्या न्याय की आशा करुं।

दूसरी ओर भ्रष्टाचार के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने के लिए प्रसिद्ध अनुरंजन अशोक आज की उपरोक्त फोटो को देख व्यथित है। उनका कहना है कि उन्हें इस फोटो की आशा कभी नहीं थी। यह फोटो बहुत कुछ कह देता है कि जो भी व्यक्ति भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ रहा हैं। वो किस प्रकार खतरे में हैं। आखिर ये फोटो क्या संदेश दे रहा है। यही न, कि भाजपा पर विश्वास करना आज खतरे से खाली नहीं।