झाविमो ने CEO को सौंपा ज्ञापन, राज्य के DGP, ADGP और CS को चुनाव कार्य से मुक्त रखने की मांग
झारखण्ड विकास मोर्चा के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की के नेतृत्व में झाविमो का एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्य के मुख्य निर्वाची पदाधिकारी से मिला, तथा राज्य के पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को चुनाव कार्य से मुक्त रखने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए झाविमो के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की ने कहा कि देश में चुनाव जैसे महापर्व का शंखनाद हो चुका है और चुनाव आयोग के द्वारा निष्पक्ष चुनाव की बात कही जा रही है और इसी बात को समय–समय पर राज्य के मुख्य निर्वाची पदाधिकारी ने भी दुहराई है, तथा कहा है कि इस राज्य में जो 14 लोकसभा सीट हैं, जहां निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराये जायेंगे।
बंधु तिर्की ने कहा झाविमो भी चाहती है कि राज्य में निष्पक्ष चुनाव हो, और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए यह भी आवश्यक है कि जिन पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप है, उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त रखा जाये। उन्होंने कहा कि इसी बात को झारखण्ड विकास मोर्चा ने ध्यान में रखते हुए, राज्य के डीजीपी डी के पांडेय और एडीजीपी अनुराग गुप्ता तथा राज्य के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी को उनकी पार्टी चुनाव कार्य से मुक्त रखने की मांग करती है।
बंधु तिर्की का कहना था कि डीजीपी डी के पांडेय पर बकोरिया कांड जैसे मामले पर गंभीर आरोप हैं और उसी प्रकार एडीजीपी अनुराग गुप्ता पर राज्यसभा चुनाव मामले में गंभीर आरोप है, जिस चुनाव का सीडी व दस्तावेज झाविमो सुप्रीमो बाबू लाल मरांडी द्वारा मुख्य निर्वाची पदाधिकारी को भी उपलब्ध कराई गई थी, तथा राज्य से प्रकाशित अखबारों में भी इन दोनों पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग के समाचार भी प्रकाशित किये गये थे।
उन्होंने यह भी कहा कि जो राज्य के मुख्य सचिव है, जिनका सेवा विस्तार किया गया है, ऐसे में स्वभाविक है कि वे किसी न किसी पार्टी के द्वारा विशेष रुप से रखे गये हैं, जिस कारण यहां चुनाव को निष्पक्ष रुप से कराना संभव नहीं है, इसलिए झारखण्ड विकास मोर्चा मांग करती है कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए इन सारे पदाधिकारियों को चुनाव कार्य से मुक्त रखा जाये।