कमल कुमार गोयनका 17 सितम्बर को छोड़ देंगे प्रभात खबर, उनके चाहनेवालों में दिखी मायूसी
कमल कुमार गोयनका जो फिलहाल प्रभात खबर के प्रबंध निदेशक हैं, उन्होंने इसी महीने यानी 17 सितम्बर को प्रभात खबर से अलग होने का फैसला लिया है। उनके इस अलग होने के फैसले से उनके चाहनेवालों में मायूसी देखी जा रही है। सभी ने एक स्वर से उन्हें एक बेहतर सोच वाला इन्सान बताते हुए, उनके बेहतर भविष्य की कामना की है। प्रभात खबर में ही काम करनेवाले कई लोगों ने इस बात को खुलकर स्वीकारा कि उनका कार्यकाल सचमुच बेहतर व प्रशंसनीय रहा है।
बताया जाता है कि इसकी जानकारी उन्होने प्रबंधन को पहले ही दे रखी थी। इसमें कोई दो मत नहीं कि जहां दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर व हिन्दुस्तान जैसे राष्ट्रीय अखबार रांची में पदार्पण कर रहे थे, वैसी स्थिति में प्रभात खबर को उसकी उसी स्थिति में बनाये रखना, चुनौती भरा कार्य था, जिसे के के गोयनका ने बखूबी निभाया, आज भी प्रभात खबर झारखण्ड में सम्मान के साथ खड़ा हैं, जिसमें के के गोयनका की भूमिका को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।
हालांकि प्रभात खबर से मैं भी कभी जुड़ा था, वो बात उस समय की हैं, जब बिहार से प्रभात खबर छपा करता था, सुरभि काम्पलेक्स कार्यालय हुआ करता था, लेकिन उस वक्त मेरी मुलाकात सिर्फ एक ही व्यक्ति से ही हुआ करती थी, जिनका नाम था – अविनाश चंद्र ठाकुर। बाकी लोगों से मुलाकात मुझे रांची आने पर हुई, जब मैं ईटीवी से जुड़ा, पर के के गोयनका से सीधी बातचीत मेरी योगदा सत्संग मठ में हुई। निः संदेह वे एक अच्छे इन्सान है, भरोसेमंद इन्सान है, उन पर विश्वास किया जा सकता है, ऐसे लोग बहुत कम देखे जाते हैं।
ऐसे भी के के गोयनका ने प्रभात खबर में प्रबंध निदेशक के रुप में कार्य करते हुए एक लंबी लाइन खींच रखी हैं, उस लंबी लाइन से भी बड़ी लाइन खींच पाना हमें नहीं लगता कि किसी के लिए फिलहाल संभव हैं, क्योंकि पूर्व में चुनौतियां थी, आज तो चुनौतियां बहुत ही कम हो चुकी है। लेकिन काम तो काम हैं, करना ही होगा, देखते हैं, आगे क्या होता है?