अपराध

कुणाल का ट्विट ‘IAS एसोसिएशन, IPS एसोसिएशन बताएं साहिबगंज के दोनों लूटेरे अफसरों डीसी/एसपी पर एक्शन कब?’

एक तरह से देखा जाये तो भाजपा की पूरी टीम राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और उनके कुनबे पर लगातार ट्विट और अन्य संचार माध्यमों से खूब प्रहार कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर सरयू राय भी इसी मुद्दे पर अकेले मोर्चा संभाले हुए हैं। बाकी और कोई दल राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के खिलाफ इस प्रकार से मोर्चा नहीं संभाले हुए हैं, जैसा कि भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय।

वामपंथी पार्टियां सरकार से कुछ मुद्दे पर खफा हैं, पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही कार्रवाईयों पर वो कुछ भी बोलने से बच रही है, आखिर ऐसा वो क्यों कर रही हैं, वामपंथी पार्टियां जानें, पर झारखण्ड में लगभग स्थिति यही हैं। इधर अखबारों/चैनलों में बार-बार छपनेवाली भ्रष्टाचार से संबंधित प्रकाशित/प्रसारित खबरों से आम जनता को भी कोई लेना देना नहीं हैं, आम जनता मानती है कि सरकार कोई रहे, ऐसी गतिविधियां हर सरकार में हुई हैं। भ्रष्टाचार से कोई अछूता नहीं।

राजनीतिक पंडितों की मानें तो वे खुलकर कहते है कि कभी इसी राज्य की जनता ने हाथी उड़ते हुए देखा हैं और हाथी उड़ानेवालों के खिलाफ बोलनेवालों को भी देखा हैं, ऐसे में किसको क्या कहा जाये। अभी तो आरोपों/प्रत्यारोपों का दौर हैं, जो फाइनल में दिखेगा, तभी माना जायेगा, लेकिन इतना तो तय है कि प्रवर्तन निदेशालय ने जो अपने कमाल कुछ दिनों में दिखायें हैं, उससे सरकार की सेहत पर थोड़ा-बहुत तो असर पड़ा ही हैं। सरकार बैकफुट पर तो हैं ही।

आईएएस/आईपीएस लॉबियों में भी घबराहट फैली हैं, उन्हें लग रहा है कि पता नहीं कब-कौन प्रवर्तन निदेशालय के बुलावा पत्र के चक्कर में पड़ जायें और उसकी बची खुची इज्जत के फलुदे निकल जाये। इधर सर्वाधिक चोट साहिबगंज के डीसी/एसपी पर पड़ी हैं, एक भाजपा के नेता तो आईएएस एसोसिएशन और आईपीएस एसोसिएशन से ही मांग कर डाली है कि आखिर साहिबगंज के मुद्दे पर यह दोनों एसोसिएशन चुपी क्यों साधे हुए हैं। उधर यही मांग राज्य सरकार की चुपी को लेकर, राज्य की युवा से डिमांड की जा रही हैं, कि वे इस मुद्दे पर मुखर हो।

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता व तेजतर्रार युवा नेता कुणाल षाड़ंगी के ट्विट की आज खूब चर्चा है। ट्विट के माध्यम से उन्होंने युवाओं से अपील की है। आखिर वो अपील क्या है? आप स्वयं देखें – “युवाओं से अपील इस भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ जागें। इन विशेष खतिहानधारी (2020-22) लूटेरों व इनके संरक्षकों की करतूतों को आम जन तक पहुंचाएं। हेमन्त सोरेन जी से तो कार्यवाही की उम्मीद नहीं, लेकिन आईएएस एसोसिएशन, आईपीएस एसोसिएशन साहिबगंज के दोनों लूटेरे अफसरों डीसी/एसपी पर एक्शन कब?”

भाजपा विधायक दल के नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने कुणाल षाडंगी को रिट्वीट करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी को न माननेवाली मेरी ओर से बिन मांगी सलाह, ताकि याद रहे – इससे पहले कि साहिबगंज खनन लूट, आतंक गिरोह के राजदार-साझेदार वहां के डीसी और एसपी आपके जेल जाने का पक्का इंतजाम करवा दें। इन दोनों पर एफआईआर करवा कर तुरंत जेल में डालिये।

इधर सरयू राय ने एक ट्विट किया, टिव्ट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने जिस लार्ड को टेंडर देने का दबा रिम्स के कैदी वार्ड से फोन कर बनाया है, उसने शुरुआती दो टेंडर गालूडीह बराज और पलना जलाशय शत् प्रतिशत नकली दस्तावेज पर लिया है। सिंचाई विभाग इस बारे में आरटीआई कर्ताओं को सूचना नहीं दे रहा। प्रवर्तन निदेशालय तह तक जायेगा।