रैली में लौंडे और बार-बालाओं के डांस का मजा लिया, सत्ता आने पर ताड़ी भी मिलेगा
कल तक आपने लौंडे और बार-बालाओं का डांस देखा और आनेवाले समय में ताड़ी का मजा लेने के लिए भी तैयार रहिये। जब लालू की पार्टी सत्ता में आयेगी तब आपको बहुत सारी सुविधाएं मिलेंगी। यहीं नहीं आप अपने बच्चे को लल्लू भी बनाइये, क्योंकि सातवीं पास में ही वह सिपाही बन जायेगा, यहीं नहीं जिन लोगों ने ठेके पर आदमी लाने का आज रैली में रिकार्ड बनाया, उसके लिए भी नेता जी ने प्रबंध किया है, सरकारी ठेके में उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा, ठीक वैसे ही जैसे लोकसभा या राज्यसभा का चुनाव आने पर लालू प्रसाद यादव अपने बेटे-बेटियों को सांसद बनाने के लिए परेशान रहते हैं, और जब अपने परिवार से इनको छुटकारा मिलता है तो थोड़ा अपनी जाति और उसके बाद थोड़ा मुस्लिमों को दही चटा देते हैं, और जब इतने में ही राजनीति चमक जाये तो ज्यादा करने की क्या जरुरत है?
यहीं नहीं कल तक भ्रष्टाचार का सारा रिकार्ड बनाकर अपने हिस्से में रखनेवाले नेताजी ने भीड़ घोटाला करने में भी कामयाबी हासिल कर ली। उन्होंने भीड़ का ऐसा फोटोशॉप बनाया कि गांधी मैदान में ध्वजारोहण का सीमेंटेड खंभा और पेड़ ही गायब हो गया। आश्चर्य तो तब हुआ कि लालू की इस फोटोशॉप के कमाल पर लालू के भक्त भी इतराने लगे किसी ने भीड़ को अप्रत्याशित बता दिया, तो किसी ने कह दिया कि भीड़ 20 से तीस लाख होगी, पर असली सच्चाई एएनआई नामक न्यूज एजेंसी ने दिखा दी। लालू के इस फोटोशॉप कमाल की पोल खोल दी। दूसरी ओर लालू भक्त ये मानने को तैयार ही नहीं थे कि जो लालू ने भीड़ दिखाई है, वो फोटोशॉप का कमाल है, ऐसी हालत में लालू विरोधियों ने भीड़ को आकाश से कलाबाजी के साथ उतरते हुए दिखा दिया, जिससे लालू की जो फजीहत होनी थी, हो गई।
इधर लालू के एकमात्र होनहार पुत्रों तेज और तेजस्वी ने मंचासीन नेताओं और भाषण सुनने आये युवाओं का अच्छा खासा मनोरंजन किया। लोग हसंते-हंसते लोटपोट हो गये, कुछ प्रादेशिक चैनलों, जो लालू से अनुप्राणित थे, खुब लालूचरितमानस गाये और उनके बेटों के भाषण का सीधा प्रसारण किया, जिससे भारत में रह रहे कई लोगों ने हंसी के रसगुल्ले कार्यक्र्म के तहत इसका रसास्वादन किया। सचमुच रैली तो लालू एंड कंपनी की ही होती है, भला दूसरे रैली करनेवाले क्या जाने कि रैली कैसे आयोजित होती है? उनके एक होनहार पुत्र ने अहीर कैसे पगड़ी पहनता है, कैसे शंख बजाता है, यह भी लोगों को सिखाया।
सचमुच ये नया बिहार है। लालू आउटडेटेड हो रहे है। उनके नये होनहार लोगों की जमात ने बिहार को पकड़ा है। अब ये दिखायेंगे रास्ता, क्योंकि लालू के बेटे ने गांधी मैदान में शंख बजा दिया है। हरीवाली पगड़ी बांध ली है। कल का गीता का संदेश देनेवाला कृष्ण और गीता का संदेश प्राप्त करनेवाला अर्जुन भी 27 अगस्त को बदल चुका है। तेज खुद को कृष्ण और तेजस्वी को अर्जुन बता दिया है, यानी मजे लीजिये। भाषण सुनिये और लौंडे का नाच देखिये, सत्ता आने पर ताड़ी मिलना तय है ही। ज्यादा दिमाग मत लगाइये, दिमाग लगाने का अधिकार आपको किसने दे दिया, दिमाग तो सिर्फ लालू और उनके परिवार के पास हैं।