बिहार-झारखण्ड में बनेगा वाम विकल्प, पलामू और कोडरमा में भाकपा-माले देगी अपना उम्मीदवार
इधर एनडीए और उधर महागठबंधन से अलग वामपंथी दलों ने एक वाम गठबंधन तैयार कर लिया हैं, जिसकी देखरेख में सभी वामपंथी पार्टियां एक दूसरे को सहयोग करेगी, तथा इन दोनों गठबंधनों से अलग एक वाम विकल्प जनता के बीच रखेगी, इन वामदलों का कहना है कि भारत की जनता ने कांग्रेस, भाजपा, एनडीए, महागठबंधन आदि नामों से बने दलों को बखुबी देखा हैं, थोड़ा अब वाम दलों को भी मौका दे, पता लग जायेगा कि इन सारे दलों से वाम दल कितना अलग हैं, और इनकी सोच क्या हैं?
भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, विद्रोही 24. कॉम से बातचीत में साफ कहते है कि आगामी लोकसभा के चुनाव में उनकी पार्टी हथियार डालने नहीं जा रही हैं, बल्कि इन सारे दलो का मुकाबला करेगी, कोडरमा और पलामू में तो भाकपा माले बहुत ही मजबूत हैं, इन दोनों सीटों पर वे चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी।
जनार्दन प्रसाद ये भी कहते है कि पलामू व कोडरमा सीटों पर भाकपा माले अपना प्रत्याशी खड़ा करने के पश्चात् अन्य सीटों पर मजबूत अन्य वामदलों के प्रत्याशियों का समर्थन करेगी तथा दूसरी सीटों पर जहां वामदल नहीं खड़ा होंगे, धर्मनिरपेक्ष दलों को अपना समर्थन देगी। उन्होंने झारखण्ड की सभी जनता से अपील भी की कि वे देश के हालात को देखे, तथा इन हालातों से मुक्ति पाने के लिए वाम विकल्प को मजबूत करें, क्योंकि वर्तमान में वामदल समय की मांग हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार और झारखण्ड में भाकपा माले काफी मजबूत हैं, क्योंकि भाकपा माले ने बिहार और झारखण्ड के ग्रामीण इलाकों में वहां रह रही जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जिसे कोई इनकार भी नहीं कर सकता। उनका यह भी कहना था कि अगर महागठबंधन वामदलों को साथ लेकर चलती तो और अच्छे परिणाम हो सकते थे, पर महागठबंधन ने वामदलों को छोड़कर जो एकला चलो की पद्धति पर चलने का काम किया है, उसे किसी भी प्रकार से सही नहीं ठहराया जा सकता, ऐसे सभी की अपनी–अपनी विचारधारा है, भाकपा माले कोडरमा और पलामू इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ी करेगी और जीतेगी तथा सांप्रदायिक शक्तियों को शिकस्त देगी।