कोर्ट के रहमोकरम पर जीनेवाला, आदतन अपराधी ढुलू महतो कैरेक्टर सर्टिफिकेट बांटना बंद करें
सीएम रघुवर दास का कृपापात्र बाघमारा का विधायक ढुलू महतो, अपने क्रियाकलापों से पूरे बाघमारा ही नहीं पूरे धनबाद को तबाह कर रखा है, पूरे देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रहा है, उसके खिलाफ जो भी कोई खड़ा होता है, या उसका विरोध करता है, वह सत्ता के बल पर उसके सम्मान से खेलने में तनिक गुरेज नहीं करता, वह अपने विरोधियों के लिए शैतान – राक्षस आदि शब्दों का प्रयोग करता है। ढुलू महतो के इस घटियास्तर के क्रियाकलापों से आजिज होकर धनबाद के तीन प्रमुख लोगों ने प्रेस काँफ्रेस कर ढुलू महतो के इस घटियास्तर के क्रियाकलापों की कड़ी आलोचना की।
बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा ने भाजपा विधायक ढुलू महतो को कोट करते हुए कहा कि कौन आदमी है? कौन शैतान है? या कौन राक्षस है? यह तो सर्वविदित है, मनुष्य का बात,विचार, व्यवहार, चेहरा-मोहरा तय कर देता है कि कौन क्या है? उन्होंने कहा कि विजय झा, ओ पी लाल और जलेश्वर महतो का पिछले पचास साल का कर्म सबके सामने हैं और ढुलू महतो का वर्तमान बता रहा है कि कि वह क्या है? इसलिए बाघमारा की जनता को पता है कि कौन दैवीय शक्ति है और कौन राक्षस है?
विजय झा ने कहा कि कमाल है, जिस ढुलू महतो ने पूरे धनबाद की सुरक्षा को तहस-नहस करने का ठेका ले रखा है, वह शख्स सुरक्षा की गांरटी देते घुम रहा है। जिससे हर कंपनी त्रस्त है, बीसीसीएल घाटे में जा रही है, बीसीसीएल का नुकसान हो रहा है, देश का नुकसान हो रहा है, वह दावा करता है कि उसने माफिया को भगा दिया, अगर उसमें ताकत हैं तो वो बीसीसीएल में हो रही लूट को बंद कराये, पर वो बंद करायेगा कैसे, क्योंकि वह खुद इसमें इनवॉल्व है।
उन्होंने कहा कि बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा, पूर्व मंत्रियों ओपी लाल और जलेश्वर महतो पर आरोप लगानेवाले भाजपा विधायक ढुलू महतो से वे पूछना चाहते है कि क्या वे बता सकते है कि हम तीनों पर कितने और किस मामले के केस दर्ज है? विजय झा का कहना था कि सच्चाई यह है कि हम तीनों को तो कोर्ट ने 107 में भी सजा नहीं दिया है, जबकि ढुलू महतो पर एक नहीं कई गंभीर आरोप है, वे कई मामलों में सजा भी काट चुके हैं, यानी जो बार-बार सजा काट चुका, वो फिलहाल करैक्टर सर्टिफिकेट बांटते फिर रहा हैं, आखिर ऐसे लोगों की हिम्मत कैसे बढ़ रही है, क्या जनता इतनी बेवकूफ हैं, वो नहीं जानती, कि कल का ढुलू महतो, आज किसके बल पर कूद रहा है?
विजय झा ने कहा कि ढुलू महतो आज भी हाईकोर्ट के अपील पर है, हाई कोर्ट के रहमोकरम पर है, हम तीनों ने कोई ऐसा काम नहीं किया कि हमें जेल जाना पड़े, पर ढुलू महतो का भविष्य जेल हैं, उसे जेल जाना पडेगा, और उसकी जिंदगी वहीं कटेगी। उन्होंने कहा कि ढुलू महतो जो बार-बार गरीब का बेटा होने का रट लगाता है, उसे मालूम होना चाहिए कि गरीब का भाई और गरीब का बेटा कहकर हमलोगों ने किसी को भी नहीं लूटा, जैसा कि ढुलू महतो ने किया। उन्होंने कहा कि हमलोग भी गरीब घर से आये है, पर किसी गरीब को कंगाल कर या लूटकर संपत्ति नहीं बनाई, जैसा ढुलू महतो ने किया।
उन्होंने कहा कि ढुलू महतो आदतन अपराधी है, उस पर एक दो केस यू ही नहीं हो गये, बल्कि उस पर दो-तीन दर्जन मुकदमे हैं, सच्चाई यह है कि उसी की सरकार केन्द्र और राज्य में हैं और उसके बावजूद उसपर चार्जशीट दायर हो रहे हैं। ऐसे लोगों को तो मैक्सिमम सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि ये आदतन अपराधी है, क्योंकि ये कई मामलों में सजा काट चुके हैं।
विजय झा ने कहा कि रघुवर सरकार को शर्म आनी चाहिए कि ऐसे अपराधी किस्म के लोगों पर से सारे मुकदमे उठाने के लिए उन्होंने षडयंत्र रचा, पर धन्यवाद सुप्रीम कोर्ट को जो ढुलू महतो की चलने नहीं दी, धन्यवाद न्यायालय को जिसने ढुलू महतो को जमानत के योग्य नहीं समझा और पूरे एक साल इसे जेल में काटना पड़ा। धन्यवाद यहां के लोगों को जो ढुलू महतो के षडयंत्र के खिलाफ आंदोलनरत हैं, धन्यवाद बाबू लाल मरांडी को, धन्यवाद जलेश्वर महतो को, धन्यवाद यहां प्रार्थना सभा चला रहे आंदोलनकारियों को, धन्यवाद उन युवाओं को जो संसद तक आंदोलन चलाए, पर जिसे आंदोलन चलाना चाहिए था, उस शख्स ने एक भी ऐसा काम नहीं किया, जिससे जनता को फायदा पहुंचे।
विजय झा ने कहा कि आखिर चन्द्रपुरा-धनबाद रेललाइन उखड़ेगा तो किसको फायदा होगा, क्या धनबाद की जनता नही जानती, सच्चाई यह है कि रेलवे लाइन उखड़ने से ढुलू महतो को ही फायदा होता, इसलिए उसने चुप्पी साध ली, क्योंकि ऐसा होने से उसे आउटसोर्सिंग में कमीशन खाने को मिलता, उसके हाइवा चलते, उसके पेट्रोल बिकते और वो धन्ना सेठ बन जाता। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य इस बात का है कि राज्य व केन्द्र में इनकी सरकार है, पर धनबाद की जनता खून के आंसू रो रही है, इसलिए ढुलू महतो जैसे लोग धनबाद ही नहीं, देश के लिए शाप है, ऐसे लोगों को कोई अधिकार ही नहीं कि किसी के खिलाफ एक शब्द बोल सकें।