लो जी झारखण्ड में फिर से ‘हेमन्त’
लो जी झारखण्ड में फिर से हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में सरकार का गठन होनेवाला है। आज ही झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सोरेन ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी। मुख्यमंत्री आवास में आज ही विधायक दल की बैठक संपन्न भी हो गई। विधायकों ने नये नेता के रूप में चम्पाई सोरेन की जगह हेमन्त सोरेन को चुन लिया और लगे हाथों राजभवन से समय भी मांग ली। राज भवन ने साढ़े सात बजे का समय दिया है।
संभावना व्यक्त की जा रही है कि चम्पाई सोरेन आज राजभवन में अपना इस्तीफा सौंपेंगे और उसके तुरन्त बाद नई सरकार गठन करने का एक पत्र भी राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंप दिया जायेगा। जल्द ही हेमन्त सोरेन को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाने का मार्ग भी प्रशस्त हो जायेगा, क्योंकि अभी भी बहुमत झामुमो गठबंधन के पास है।
सूत्र बता रहे है कि चम्पाई सोरेन को समन्वय समिति के चेयरमैन बनाने पर सहमति बन चुकी है। हेमन्त सोरेन के जेल से निकलने के बाद एक तरह से यह संभावना बन चुकी थी कि जल्द ही वे मुख्यमंत्री की पद का शपथ लेंगे और समय व कालचक्र भी उसी तरफ बढ़ रहा है। इधर झामुमो कार्यकर्ताओं व विधायकों में यह समाचार सुनने के बाद ही हर्ष का माहौल है। कांग्रेस पार्टी और राजद ने अपनी सहमति पहले से ही दे दी है।
पांच महीने जेल में रहने के बाद हेमन्त सोरेन में काफी परिवर्तन देखे जा रहे हैं। साथ ही यही परिवर्तन उनके प्रति आम जनता में भी देखी जा रही है। जनता मान चुकी है कि हेमन्त सोरेन के साथ ज्यादती हुई। यही कारण रहा कि गांडेय विधानसभा में हेमन्त सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को जहां शानदार सफलता मिली, वहीं राज्य की पांच आदिवासी लोकसभा सीटों पर झामुमो गठबंधन विजयी रहा।
पांच महीने जेल में रहने के बाद बड़ी तेजी से हेमन्त सोरेन की लोकप्रियता में वृद्धि भी हुई। आज इसमें कोई संदेह नहीं कि वे देश में आदिवासियों के सबसे बड़े नेता बन चुके हैं। आदिवासियों का बहुत बड़ा समूह मानता है कि हेमन्त सोरेन को झूठे केस में फंसाकर इतने दिनों तक जेल में रखा गया और उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की साजिश रची गई।
इसी बीच बड़ी खबर यह है कि चम्पाई सोरेन ने अपना इस्तीफा राजभवन जाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंप दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है। साथ ही जब तक नये मुख्यमंत्री पदभार ग्रहण नहीं कर लेते, तब तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रुप में कार्य करने को कहा गया है। इधर संभावना है कि कल हेमन्त सोरेन को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित भी कर दिया जायेगा।