208 चिकित्सकों के नियमितिकरण का मुद्दा मथुरा महतो ने सदन में उठाया, मंत्री इरफान ने कहा कि सरकार नियमितिकरण करने का प्रयास कर रही हैं, समस्या का हल एक महीने के अंदर निकल जायेगा
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता तथा मुख्य सचेतक मथुरा महतो ने आज विधानसभा में स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से संबंधित मामला सदन में उठाया। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या यह बात सही है कि विभागीय अधिसूचना संख्या 41(3), दिनांक 16 जनवरी 2018 के तहत 208 चिकित्सकों को जिला विशेष के ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों/अस्पतालों के रिक्त स्वीकृत पदों के विरुद्ध झारखण्ड राज्य के स्वास्थ्य सेवा (भर्ती, प्रोन्नति एवं अन्य सेवा शर्त) नियमावली, 2010 मे निहित नियम के तहत अनुबंध के आधार पर की गई थी।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह बात सही है कि वर्तमान में केवल 14 चिकित्सक ही अनुबंध के आधार पर कार्यरत है और उनका अनुबंध अवधि भी दिनांक 16 जनवरी 2015 को समाप्त हो चुकी हैं। ऐसे में क्या यह सही है कि राज्य के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित स्वास्थ्य केन्द्रों/अस्पतालों में चिकित्सकों का घोर अभाव है तथा अनुबंध पर कार्यरत चिकित्सकों का समयावधि समाप्त होने के कारण आम आदमी को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं।
उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या वे इन चिकित्सकों का अवधि विस्तार कर उनका नियमितिकरण करेंगे, अगर करेंगे तो कब तक करेंगे। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि वे अनुबंध पर कार्यरत चिकित्सकों की सेवा अवधि विस्तार करने हेतु कार्रवाई कर रहे हैं और इन सारी समस्याओं का हल एक महीने के अंदर निकल जायेगा।