सन्मार्ग अखबार के निदेशक की सदस्यता रद्द कराने को लेकर RPC के अध्यक्ष को ज्ञापन
रांची के वरिष्ठ पत्रकारों के एक ग्रुप ने रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन में पत्रकारों ने मांग की है कि पत्रकारों का शोषण करनेवाले सन्मार्ग अखबार के निदेशक की सदस्यता रद्द की जाये। ज्ञापन में कई पत्रकारों के हस्ताक्षर भी है। जिनके हस्ताक्षर हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं – नवल किशोर सिंह, संजय समर, कैलाश साहू, देवेन्द्र कुमार शर्मा, प्रमोद झा, उदय चौहान, उमेश कुमार सिंह, कमलेश कुमार, अमित सिंह, राजेश कृष्ण, मो. मुजम्मिल, पंकज कुमार मिश्र आदि।
ज्ञापन में इस बात का उल्लेख है कि रांची से प्रकाशित सन्मार्ग हिन्दी दैनिक के संपादक, प्रकाशक सह निदेशक प्रेम शंकर अपने संस्थान में कार्यरत पत्रकारों का शोषण करते हैं। जिसका उदाहरण है जब वहां कार्यरत पत्रकारों ने उनसे पीएफ, इएसआइ, नियमित वेतन भुगतान बैंक खाता के माध्यम से करने सहित अन्य सुविधाओं की मांग की तो उन्होंने पत्रकारों पर दबाव बनाकर जबरन उनसे यह लिखवा लिया कि उनकी सभी मांगे पूरी हो गई।
पत्रकारों ने इस बात की भी शिकायत की है कि पिछले दिनों प्रेम शंकर ने अपने अंग्रेजी दैनिक मॉर्निंग इंडिया में प्रेस क्लब की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुए क्लब के पदाधिकारियों की छवि खराब करने की नीयत से खबरें भी प्रकाशित की।
पत्रकारों ने अपने ज्ञापन में इस बात का भी जिक्र किया है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त रांची ने सन्मार्गकर्मियों का भविष्य निधि नहीं जमा करने के आरोप में 97.54 लाख रुपये 21 पत्रकारों के भविष्य निधि मद में बकाए राशि का भुगतान करने का आदेश दिया है।
इसलिए पत्रकारो का शोषण करनेवाले प्रेम शंकर की सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द करने संबंधी आदेश निर्गत किये जाये, हालांकि कुछ पत्रकारों का मानना है कि रांची प्रेस क्लब की इतनी हिम्मत नहीं कि प्रेम शंकर के खिलाफ एक्शन ले लें, क्योंकि रांची प्रेस क्लब की जो कार्यप्रणाली हैं, वो अपने आप में प्रश्नचिह्न को जन्म दे देती है।