मंत्री सुदिव्य ने की फिर गलती, महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर का CM बताया, उधर बाबूलाल मरांडी ने कहा मंत्री का बयान अहंकार व पागलपन से भरा हुआ, सीपी सिंह ने कहा इरफान जैसे नेताओं के संगति का असर
झारखण्ड के एक मंत्री सुदिव्य सोनू अपने बयानों से खुब चर्चा में हैं। कल इन्होंने पहलगाम में हुई आतंकी घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसके लिए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु को दोषी ठहराते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर डाली थी। जब उनके इस बयान की पूरे देशस्तर पर थू- थू होने लगी, तब उनका और उनके पदचिह्नों पर चलनेवाले समर्थकों का कहना था कि जनाब पहलगाम में हुई आतंकी घटना पर तंज कस रहे थे। आज उस पर अपनी राय भी स्पष्ट करेंगे।
जब होनहार मंत्री अपने कल के बयान पर प्रेस कांफ्रेस कर राय देने लगे तो उन्होंने आज फिर गलती कर दी। आज उन्होने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री का नाम महबूबा मुफ्ती बता दिया। अब सवाल उठता है कि जो मंत्री अपनी ओर से बयान देने में ही बार-बार गलतियां करता हो। उसके किस बयान को सही और किस बयान को गलत ठहराया जाये।
दूसरा सवाल जब देश में इतनी बड़ी विपदा आई हो। आतंकी घटना घटी हो। क्या उस समय तंज कसने का होता है या एकता का समय होता है या उस घटना से मिलकर लड़ने और मुक्ति पाने का समय होता है या जिसके घर में विपत्ति आई हैं। उसे ढांढ़स देने का होता है। अरे लड़ने के लिए तो जिंदगी पड़ी है। कम से कम विपदा में तो एक हो जाओ, खुद को ज्यादा विद्वान समझनेवाले राजनीतिबाजों।
ये क्या? एक ही लाठी से कभी पत्रकार तो कभी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को उठाकर पटकने की कला क्यों आजमाने लगते हो। अगर ऐसा करोगे तो तुमसे गलतियां होगी और तुम बार-बार हर जगह अपमानित होंगे। ये अलग बाते है कि आपको इस पर शर्म नहीं आती। शर्म आयेंगी भी कैसे? शर्म तो उन्हें आती है। जिन्हें शर्म का ऐहसास हो।
इधर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के कल के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अपने फेसबुक पर लिखते है कि झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार का यह व्यंग्य उनके भीतर कूट कूट कर भरे अहंकार एवं पागलपन को दर्शाता है। जब पूरा देश ही नहीं, पूरी दुनिया के लोग पहलगाम हमले को लेकर सदमे में हैं, ऐसे समय में किसी मंत्री का यह फूहड़पन शर्मनाक है और उनके इस आचरण की जितनी भी निंदा की जाय वो कम है। मैं तो इन्हें अपेक्षाकृत एक गंभीर व्यक्ति समझता था। लेकिन इनका यह आचरण देखकर झारखंड वासियों का सिर शर्म से झुक गया है।
उधर भाजपा के एक अन्य नेता सीपी सिंह ने तो साफ कहा कि सुदिव्य सोनू एक गंभीर राजनेता हैं, लेकिन दुर्भाग्य देखिए, इरफान अंसारी जैसे सनकी और हिंदू विरोधी नेताओं के संगत में आकर वे भी अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं। पहले पहलगाम हमले पर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का इस्तीफा माँगने के बाद अब महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर का सीएम बता रहे हैं। इरफान जैसे फूहड़ नेता के संगति का असर अब उनके बयानों में साफ़ झलक रहा है। क्या अब इस रायते को समेटने के लिए फिर से एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी?