अपनी बात

न्यूज 11 भारत पर मंडरा रहा खतरा, कोर्ट ले सकती है कोई भी निर्णय, MHA ने इस चैनल को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिये योग्य नहीं माना

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आंतरिक सुरक्षा का हवाला देते हुए जिस न्यूज 11 भारत को 16 फरवरी 2022 को पत्र के माध्यम से सुरक्षा मंजूरी देने से इनकार कर दिया था, जिसे लेकर न्यूज 11 भारत को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 21 फरवरी 2022 को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जिस घटना के बाद न्यूज 11 भारत के मालिक अरुप चटर्जी के हाथ-पांव फूलने लगे थे। न्यूज 11 भारत पर सदा के लिए ताले लटकने का खतरा उत्पन्न हो गया था, उसे लेकर आज भी गहमागहमी बनी हुई है।

ज्ञातव्य है कि इस पूरे प्रकरण के बाद न्यूज 11 भारत ने इस पूरे मामले में स्टे मिले, इसको लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक रिट याचिका दायर की थी। जिसको लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही हैं, बताया जा रहा है कि कल यानी 6 दिसम्बर को दिल्ली हाई कोर्ट इस पर महत्वपूर्ण फैसले सुना सकती हैं, जिसको लेकर रांची से लेकर दिल्ली तक समाचार जगत में हलचल सी है। क्या दिल्ली हाई कोर्ट न्यूज 11 भारत को राहत देगी या भारत सरकार के फैसले पर मुहर लगा देगी?

पहली बार इस मुद्दे पर सुनवाई के दौरान अदालत में यह बात आई थी कि पक्षकारों के अधिवक्ता बिना किसी पूर्वाग्रह के इस बात से सहमत है कि इस रिट याचिका में विचारार्थ उत्पन्न होनेवाले मुद्दे का निर्णय प्रतिवादी के अभिलेखों का अवलोकन करके किया जा सकता है। प्रतिवादी प्रासंगिक रिकार्ड प्रस्तुत करेगा, जहां न्यूज 11 भारत के अपलिंक व डाउनलिंक के लिए सुरक्षा मंजूरी से इनकार करने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद अगली तारीख चार मार्च निर्धारित की गई थी।

4 मार्च 22 को अदालत में प्रासंगिक अभिलेख न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इस दिन सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील द्वारा एक अतिरिक्त हलफनामा भी दायर किया गया था, जिसकी एक प्रति प्रतिवादी को भी उपलब्ध कराई गई थी। 29 मार्च 2022 को चूंकि दलीले पूरी हो चुकी थी, इस याचिका के अंतिम निपटान के लिए 25 मई 2022 की तिथि निर्धारित की गई थी, 25 मई को याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने अदालत से accommodation की प्रार्थना की, जिस अनुरोध को स्वीकार करते हुए अगली तिथि 6 दिसम्बर 2022 को तय कर दी गई।

अब चूंकि कल ही 6 दिसम्बर है, इसलिए न्यूज 11 भारत से जुड़े लोग हो या इसके ब्लैकमेलिंग व भयादोहन के शिकार सभी का ध्यान दिल्ली हाई कोर्ट पर हैं कि वो कल क्या निर्णय लेती है या क्या फैसले सुनाती है? उल्लेखनीय है कि ब्लैकमेलिंग तथा विभिन्न सप्लायरों से सामग्री लेकर उनके पैसे नहीं देने व भयादोहन के आरोप व असंख्य अपराधिक मामलों में पिछले चार महीनों से इस न्यूज चैनल के मालिक अरुप चटर्जी धनबाद जेल में बंद है, तथा इसके अपराध से जुड़े कृत्यों में शामिल कई लोग फरार है।