राजनीति

लोकसभा में गरजे निशिकांत, कहा – सोनिया गांधी का दो ही काम, पहला बेटे को सेट करना और दूसरा दामाद को भेंट करना

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता व गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष के द्वारा इसलिए लाया गया है कि कांग्रेस पार्टी की दो मनःस्थिति है। वो हिन्दू सभ्यता-संस्कृति में विश्वास भी कर रही है। अलौकिकाः पंडिताः की तरह जैसा कि उस किताब में लिखा है कि एक भारतीय नारी को क्या-क्या करना चाहिए? उसका पूरा का पूरा पिक्चर सोनिया गांधी जी देखी है।

उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को दो ही काम करना है – एक बेटे को सेट करना है और दूसरा दामाद को भेंट करना है। नेशनल हेराल्ड को लेकर इन्कम टैक्स का केस चल रहा है। इन्कम टैक्स ऑथिरिटी ने कहा है कि फाउंडेशन के जितने केस है, नेशनल हेराल्ड के जितने केस है, उसके एसेसमेंट करिये। हाई कोर्ट का आदेश आ गया कि इसे सेन्ट्रेलाइज्ड करना है। ये इन्कम टैक्स से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट चले गये।

निशिकांत दूबे ने आगे कहा कि एक लाख रुपये देके कोई पांच हजार करोड़ की कंपनी ले सकता है, ये मैडम सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही बता सकते हैं, कोई अन्य नहीं बता सकता। ये कह रहे है कि ये सब केवल उनके साथ हो रहा है। यहां जी एम सिद्धेश्वर बैठे है, भाजपा के सांसद है। अभी उन्होंने 80 करोड़ रुपये का इन्कम टैक्स भरा है। यदि मोदी जी आपको चोर कहने की बात करते हैं तो अपनी पार्टी के दोषियों को भी वे नहीं छोड़ते। जबकि वे भाजपा के चार बार के सांसद हैं।

निशिकांत दूबे ने कहा कि आप इन्कम टैक्स के बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात करते हैं। टीडी की रेड होती है, कोई भाग गया है, भंडारी है, मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहुंगा, भंडारी कोई भी हो सकता हैं, किसी भी दिन वो यूके से लौट कर आ जायेगा। मैंने इसी हाउस में कहा था किसी आदमी के दामाद का मकान लंदन में है। ये कोर्ट का आर्डर है। एक आदमी जो भागा, उसका नाम है सी सी थम्पी।

कोर्ट के आदेश के बाद उसका बेल हुआ। कोर्ट के आर्डर में है कि सीसी थम्पी ने एक्सेप्ट किया कि उसने दामाद जी (दामाद कोई भी हो सकता है, इनको दामाद पर क्या प्राब्लम है, मेरा भी दामाद हो सकता हैं – शोर होने पर निशिकांत की प्रतिक्रिया) जिसको कोर्ट ने आदेश दिया कि जब जरुरत होगी तुम आ जाना, वो भाग गया। उसी तरह से संजय भंडारी का जो यूके कोर्ट ने आदेश किया है, उसमें ये बात कहा है कि दामाद जी का वो मकान है, आप क्यों भाग रहे हैं? इसका मतलब है कि इस अविश्वास प्रस्ताव का मूल मंत्र हैं – बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है।