BJP MLA ढुलू के कुकृत्यों पर भाजपा के शीर्ष नेताओं के होठ सील जाते हैं, पर दूसरे दलों के लिए इनके मुख से गंगा-जमुना निकल पड़ती हैं
कमाल है, अपनी ही पार्टी के बाघमारा विधायक ढुलू महतो के कुकृत्यों पर भाजपा के जिला से लेकर प्रदेश होते हुए राष्ट्रीय नेताओं के होठ सील जाते हैं, पर दूसरे दलों के नेताओं पर बयान देने को कहिये तो इन भाजपा नेताओं के मुख से गंगा-जमुना निकल पड़ती है।
जरा देखिये, धनबाद के बाघमारा में क्या हो रहा हैं, वहां एक गरीब परिवार की महिला कुंती देवी अपने पति अशोक महतो के साथ एक छोटा सा दुकान चलाती है, उस दुकान से सटाकर गत् 11 फरवरी 2022 से भाजपा विधायक ढुलू महतो अपना टैंकर लगा रखा है, पर आज तक हटाया नहीं, जबकि गरीब महिला का दुकान उसकी अपनी जमीन पर है।
अब जरा बताइये, कि कुंती देवी के दुकान से सटाकर, जो विशाल टैंकर लगा दिया गया है और उसे हटाया नहीं जा रहा है, ऐसे में कुंती देवी का दुकान जो 11 फरवरी से बंद है, उसके परिवार पर रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है, अगर इसी से आजीज होकर, रांची के मोराबादी के दुकानदार श्याम देव की तरह उसके परिवार का कोई सदस्य हादसे का शिकार हो जाता हैं, तो उसका जिम्मेवार कौन होगा?
कमाल है, फिलहाल तो रांची के मृत दुकानदार श्याम देव के परिवार से मिलने के नाम पर भाजपाई राजनीति कर रहे हैं, पर वे अपने विधायक ढुलू को क्यों नहीं कहते कि वे ऐसा कुकर्म न करें, जिसके कारण किसी की रोजी-रोटी पर संकट न आ जाये। कुंती देवी बताती है कि जब भाजपा विधायक ढुलू महतो रामराज मंदिर बना रहे थे, तो उसने भी अपनी 14 डिसमिल जमीन मंदिर निर्माण के लिए दिया था, पर वो क्या जानती थी कि ढुलू आगे चलकर उसका जीना हराम कर देगा।
फिलहाल कुंती देवी का दुकान 20 दिनों से बंद हैं, उसके घर में छह सदस्य हैं, रोजी-रोटी बंद हैं, परिवार चलाना मुश्किल है, पर धनबाद हो या रांची या दिल्ली सारे भाजपाइयों का इस प्रकरण पर मुंह बंद हैं, होठ सीलें हुए हैं। आश्चर्य तो यहां की हेमन्त सरकार पर भी हैं, वो और उसके पुलिस प्रशासन के लोग भी हाथ पर हाथ धर कर बैठे हैं, कुंती देवी को न्याय नहीं दिला रहे हैं, अगर इसी बीच उसके घर में कोई हादसा होता हैं तो उसका जिम्मेवार कौन होगा?
राजनीतिक पंडितों की मानें तो वे साफ कहते है कि सरकार किसी की भी रहें यहां तो ढुलू की ही चलती हैं, और अगर किसी ने भूलवश भी उसके जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई तो धनबाद पुलिस, ढुलू महतो के इशारे पर उसका जीना तबाह कर देती है, इसके एक नहीं, कई उदाहरण है। राजनीतिक पंडित बताते है कि उसके खिलाफ आवाज उठाने पर, ढुलू या तो यौन उत्पीड़न या अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट का इस्तेमाल करवा देता है, जो जगजाहिर है। ताजा मामला कुंती देवी और उसके पति अशोक महतो का ही है, जिसे एक केस में फंसा दिया गया है, जिसका बरोरा थाना कांड संख्या 13/2022 है।