रामगढ़ गोला में तीन स्कूली बच्चों के निधन पर बोली पासवा, सरकार के निर्देशों का उल्लंघन कर स्कूल खोलना सरकार के आदेशों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन, ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की सिफारिश की जायेगी
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे का कहना है कि किसी भी परिस्थिति में बच्चों की सुरक्षा से समझौता उन्हें मंजूर नहीं। राज्य सरकार के केजी से कक्षा आठ तक विद्यालय बंद रखने के आदेश का अक्षरशः पालन करना निजी विद्यालयों का दायित्व है बनता है। जो निजी विद्यालय राज्य सरकार के आदेश का पालन नहीं करते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ पासवा उचित कार्रवाई की सिफारिश करेगी।
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, आलोक कुमार दूबे, ने आज झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला में सड़क दुर्घटना में तीन मासूम बच्चों और एक ऑटो चालक के निधन पर गहरी संवेदना और दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम इस अकल्पनीय दुःख में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और घायल बच्चों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो। यह समय एकजुट होकर इन परिवारों को सहारा देने का है। ईश्वर परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
आलोक दूबे ने कहा कि इस हृदयविदारक घटना पर स्वयं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने गहरा दुख व्यक्त किया है और संज्ञान लेते हुए घायल बच्चों को स्वास्थ्य लाभ के लिए अधिकारियों को पूरी तन्मयता के साथ निर्देश दिया है। आलोक दूबे ने विद्यालयों से अपील करते हुए कहा कि सरकार के आदेशों का पालन हर हाल में किया जाना चाहिए, और बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
उन्होंने सभी स्कूल प्रबंधकों, डायरेक्टर और प्रिंसिपलों से यह अपील की कि वे सरकार द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें। बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें विद्यालय बुलाने के लिए कोई भी जोखिम नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार के निर्देशानुसार, केजी से लेकर आठवीं तक की कक्षाएँ पूरी तरह से बंद हैं, तो कुछ स्कूलों द्वारा अपने निजी निर्णयों के आधार पर बच्चों को विद्यालय बुलाने की सूचना प्राप्त हुई है, जो अनुचित है और आदेशों का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि एक-दो लोगों की गलती से पूरी संस्था अनुशासन के कटघरे में खड़ी होती है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी परिस्थिति में बच्चों की सुरक्षा से समझौता न हो।” उन्होंने चेतावनी दी कि आदेशों का पालन न करने वाले विद्यालयों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। सभी स्कूल प्रशासन से अनुरोध है कि वे बच्चों को सुरक्षित रखने में सरकार का सहयोग करें और जारी निर्देशों का पालन करें।