लोग बनाने लगे पीएम मोदी के भाषण से दूरियां, महागठबंधन प्रत्याशियों में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी
पलामू के चियांकी हवाई अड्डा मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभा ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है, अगर चुनावी सभा ही पैमाना माना जाये तो पीएम मोदी का अब जादू लोगों के सिर से उतर रहा है, लोगों की पीएम मोदी के भाषण में अब दिलचस्पी नहीं रही, लोगों का कहना है कि पीएम मोदी अपने भाषणों से भरमाते ज्यादा है, नहीं तो मंडल डैम जिसका शिलान्यास उन्होंने आज से दस महीने पूर्व किया था, वह धरातल पर नजर आता, पर पीएम मोदी ने मंडल डैम के नाम पर लोगों को भरमाया और लोकसभा की अच्छी खेती कर ली, ऐसे में विधानसभा चुनाव में उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता।
आज पलामू के चियांकी हवाई अड्डा मैदान में आयोजित जनसभा से लोगों ने अच्छी खासी दूरियां बनाई, दूरियां बनानेवालों में भाजपाइयों की भी संख्या अधिक थी, रही-सही कसर जिला प्रशासन ने दिखा दिया, जब रेड़मा चौक से रांची रोड की ओर जानेवाली बहुत सारी वाहनों को आगे बढ़ने से रोक दिया, जिससे गुस्सा कर बहुत सारे लोग चुनावी सभा मैदान तक नहीं पहुंच सकें और अपने घरों में ही रहना ज्यादा पसन्द किया।
लोग बताते है कि आज की पीएम मोदी की सभा में जो लोग पहुंचे थे, वे सभी भाजपा के वोटर ही थे या उन्हें वोट दे ही देंगे, ऐसा कहा नहीं जा सकता, क्योंकि लोगों को लग रहा है कि भाजपा उन्हें अब ठगने का काम ज्यादा कर रही हैं और मंडल डैम का पीएम मोदी द्वारा शिलान्यास और उस पर कुछ भी काम नहीं होना, ज्वलंत प्रमाण है। मंडल डैम का पीएम मोदी द्वारा किया गया शिलान्यास और उस पर कुछ भी काम नहीं होना, जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा है, ऐसे में वे फिर आकर सब्जबाग दिखायेंगे और क्या करेंगे, इसलिए अच्छा है इन सभी चुनावी सभा से दूरी बनाना।
लोगों का यह भी कहना था कि डबल इंजन की सरकार का ये हाल है तो आनेवाले समय में ये लोग और क्या करेंगे, जनता को पता है, इसलिए इस बार पीएम मोदी की सभा में युवाओं ने भी मोदी-मोदी चिल्लाने से ज्यादा, घर में रहकर अपने परिवार के साथ समय बिताया। लोगों का यह भी कहना था कि इस बार भाजपा ने ऐसे-ऐसे लोगों को टिकट दिये हैं, जिनका समाज में सम्मान ही नहीं, जो सामाजिक विद्वेष फैलाने के लिए ही जाने जाते हैं, इस कारण भी भाजपा से दूरियां लोगों की बढ़ती जा रही हैं।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि झारखण्ड विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में 13 विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव ने भाजपा की हालत पस्त कर दी हैं, जबकि महागठबंधन के प्रत्याशी इन इलाकों में मजबूत स्थिति में हैं, इस बार कोई अप्रत्याशित परिणाम नहीं आने जा रहा हैं, परिणाम वहीं आयेगा जो लोग जान रहे हैं, इस बार भाजपा को झटका लगना तय है, उसके कई कारण है।
पहला बार-बार जनता को मंडल डैम के नाम पर बरगलाना, सीएम रघुवर दास द्वारा एक जाति विशेष के लोगों को नीचा दिखाना, भ्रष्टाचार का बोलबाला रहना तथा गलत लोगों को भाजपा का टिकट थमा देना शामिल है, जिसके कारण जनता का कोपभाजन भाजपा बन रही हैं, इसलिए महागठबंधन के प्रत्याशियों को यहां खोने को कुछ नहीं हैं, पर भाजपा को खोने के सिवा पाना तो भूल ही जाइये, जब पीएम मोदी की सभा डालटनगंज में कराने से जनता खुश नहीं हो सकी तो अब इससे ज्यादा और भाजपा क्या कर सकती हैं?