अपराध

प्रभात खबर अपने संपादकों के नाम पर तो बहुत उद्वेलित हैं, लेकिन प्राथमिकी में तो उसके मालिक राजीव झांवर का भी नाम है, अखबार उनका नाम आज तक क्यों नहीं लिया, आखिर जोगेन्द्र तिवारी के प्राथमिकी में क्या हैं?

सवाल तो लाजिमी है। जब से बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा में बंद विचाराधीन कैदी जोगेन्द्र तिवारी का रांची के खेलगांव में प्राथमिकी दर्ज हुआ है। तब से प्रभात खबर के प्रधान संपादक और स्थानीय संपादक बहुत उद्वेलित हैं। वे अपने अखबारों में खुब लिख रहे हैं। लोगों से अपने पक्ष में बयान भी मंगवा रहे हैं। उसे प्रकाशित भी कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने सीना तानकर उनके पक्ष में खड़े होकर बयान भी दिये हैं। जिन पत्रकारों/छायाकारों की कोई औकात नहीं, उनके बयान को भी स्थान दिये गये हैं।

लेकिन इस अखबार ने हमेशा जनता के बीच इस न्यूज मामले में पूरा सत्य नहीं प्रकाशित किया, बल्कि अर्द्धसत्य ही प्रकाशित किया। जनता को अखबार द्वारा बताने की कोशिश की गई कि उनके संपादक बहुत भोले (अब भोले हैं या नहीं, यह जांच का विषय है) हैं, लेकिन जोगेन्द्र तिवारी के पक्ष को जनता के बीच नहीं रखा गया। आखिर जोगेन्द्र तिवारी का पक्ष भी तो जनता को मालूम होना चाहिए और यह पता चलेगा तब जब उसके द्वारा लिखित प्राथमिकी जनता के बीच अक्षरशः रखी जाये। इसलिए विद्रोही24 ने जोगेन्द्र तिवारी की प्राथमिकी को हु-ब-हू जनता के बीच रख दिया है। जनता देखें और निर्णय करें …। प्राथमिकी इस प्रकार है …

नजदीकी थाना प्रभारी (खेलगांव थाना)

विषय – षडयंत्र के तहत दिनांक 28/12/2023 एवं पूर्व में भी प्रभात खबर में प्रकाशित झूठी खबर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने हेतु।

श्रीमान्, सविनय निवेदन है कि मैं जोगेन्द्र तिवारी, पिता श्री रामेश्वर तिवारी, स्थायी पता – मिहिजाम, जिला – जामताड़ा, वर्तमान में विचाराधीन कैदी हूं। भवदीय, मैं विगत दो दशक से व्यवसाय क्षेत्र में हूं तथा श्री सुनील तिवारी जो मूलतः दुमका के हैं और वर्तमान में कडरु रांची में रहते है, वह मेरे अभिभावक, मार्गदर्शक तथा व्यापारिक साझेदार भी रहे हैं और वे हमें बताते थे कि उनके मंडली (syndicate) में प्रभात खबर के मालिक श्री राजीव झांवर, प्रधान संपादक श्री आशुतोष चतुर्वेदी तथा श्री विजय पाठक जी है तथा उनके ग्रुप (syndicate) में एक सदस्य श्री संजय चौधरी, दुबई (जो 2008 भ्रष्टाचार कांड के फरार अभियुक्त है) वह भी है। सुनील भैया हमेशा मुझे यह कहते थे कि उनका ग्रुप (syndicate) काफी प्रभावशाली तथा शक्तिशाली है।

भवदीय गत वर्ष (लगभग मार्च/अप्रैल 2022) में श्री सुनील तिवारी ने मुझे कहा कि जोगेन्द्र, तुम्हे हमने हमेशा काफी मदद किया है और आगे भी करते रहेंगे, तुम हमारे ग्रुप (syndicate) के लिए एक कार्य कर दो, इससे हमारे ग्रुप (syndicate) को काफी फायदा होगा तथा भविष्य में हमारा ग्रुप (syndicate) तुम्हें भी काफी मदद करेगा, उनके इस बात पर मैंने कहा कि भैया मैं हर उचित कार्य आपके लिए कर सकता हूं।

फिर उन्होंने यह भी बताया कि देखो प्रभात खबर के मालिक श्री राजीव झांवर पर 190 करोड़ का लौह खनन घोटाला का आरोप है दर्ज है, जिसमें हमारा (श्री सुनील तिवारी) का ग्रुप (syndicate) खासकर श्री संजय चौधरी (दुबईवाले) मदद कर रहे हैं और बहुत जल्द उन्हें राहत मिलेगी। श्री सुनील तिवारी के बातों से मुझे यह विश्वास हो गया कि उनका ग्रुप (syndicate) में काफी प्रभावशाली शक्तिशाली लोग है।

उन्होंने (श्री सुनील तिवारी) ने मुझसे कहा कि अगर तुम पुलिस में एक झूठा मुकदमा कर दोगे तो हमारे ग्रुप (syndicate) को काफी फायदा होगा, इस प्रस्ताव पर हमने कहा कि भैया झूठा मुकदमा करना गैर-कानूनी है तथा यह अपराध भी है, मेरे इस बात पर उन्होंने कहा कि तुम्हें कुछ नहीं होगा। तुम हमारा बात मान लो, अगर मैं उनके बात हेतु, मैंने दो चाह दिन का समय ले लिया।

पुनः कुछ दिन उपरांत उन्होंने मुझसे वहीं बात दोहरायी, जिस पर मैं उनके बात को मानने से साफ-साफ मना कर दिया, मेरे मना करने पर वह गुस्सा हुए और कहे कि तुम बहुत बड़ी नादानी कर रहे हो, भविष्य में तुम्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, साथ ही यह भी बोले कि हमारे (श्री सुनील तिवारी) के ग्रुप नुकसान पहुंचा सकते हैं। मैंने उनके इस बात पर कहा कि भैया मैं कोई गलत कार्य नहीं करुंगा और नीयति को जो मंजूर होगा, वह स्वीकार है।

भवदीय 3 नवम्बर 2023 से मैं कारागार में हूं और मेरे खिलाफ न्यायालय में 23.12.2023 को चार्जशीट दायर किया जा चुका है। दिनांक 28.12.2023 को “प्रभात खबर” में मेरे संदर्भ में झूठा खबर प्रकाशित किया गया कि चार्जशीट में मेरी दो शादी तथा दो पत्नी का उल्लेख है (जो कि सरासर गलत है) (पूर्व में भी प्रभात खबर मेरे बारे में गलत/झूठ खबर, शराब घोटाला व शराब माफिया का छापता रहा है) उक्त खबर पढ़कर मैं काफी दुखी व आहत हुआ तथा काफी रोया मेरे साथी कैदी ने मुझे हिम्मत दिया।

फिर मुझे ग्रुप syndicate की बात नहीं मानने पर भविष्य में खामियाजा भुगतने की बात याद आई। भवदीय मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह झूठी खबर सोची समझी साजिश के तहत छापा गया है। अतः भवदीय से आग्रह है कि (1) प्रभात खबर के मालिक श्री राजीव झंवर (2) प्रधान संपादक श्री आशुतोष चतुर्वेदी (3) संपादक श्री विजय पाठक (4) व अन्य संबंधित लोगों पर षडयंत्र कर झूठी खबर छापने के जुल्म में उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा की जाए।

साथ ही भवदीय अगर इनके द्वारा प्रकाशित झूठी खबर से आहत होकर अगर मेरे परिवार का कोई सदस्य आत्मघाती कदम उठाता है तो उसके लिए पूर्ण जिम्मेदार तथा कसूरवार उपरोक्त वर्णित व्यक्ति होंगे।

आपका विश्वासभाजन

जोगेन्द्र तिवारी

विचाराधीन कैदी

बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा

31.12.2023

यह शिकायत प्राथमिकी के रुप में 03. 01. 2024 को परिवर्तित हो गई। इसके आइओ राजीव रंजन बनाये गये। पुलिस अनुंसधान में लगी है।