अपनी बात

श्रीरामनवमी उत्सव से संबंधित समाचारों को रांची के पाठकों के बीच में शानदार तरीके से रखने में प्रभात खबर एक बार फिर सफल रहा, जबकि दैनिक भास्कर फिसड्डी साबित हुआ

श्रीरामनवमी उत्सव से संबंधित समाचारों को रांची के पाठकों के बीच में शानदार तरीके से रखने में प्रभात खबर एक बार फिर पूर्णतः सफल रहा, जबकि दैनिक भास्कर फिसड्डी रहा। रांची की रामनवमी उत्सव के क्या कहने? इस दिन पूरी रांची सड़कों पर होती हैं। रांची की मुख्य सड़क यानी अलबर्ट एक्का चौक से लेकर तपोवन मंदिर तक का मुख्य मार्ग में जनसैलाब उमड़ पड़ता है।

ऐसे तो रांची की सभी सड़कें इस दिन महावीर पताकाओं व श्रीराम के दिव्य झांकियों से गुलजार रहती है। लेकिन अलबर्ट एक्का चौक से लेकर तपोवन मंदिर तक इन महावीरी पताकाओं व झांकियों को दिखना ही दिखना है। यहीं कारण है कि विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व राजनीतिक संस्थाएं इस मुख्य मार्ग पर जनसेवा से संबंधित स्टॉल लगाना नहीं भूलती और इस प्रकार के अद्वितीय माहौल को किस अखबार ने किस ढंग से जनता को परोसा, इस पर भी रांची की जनता विशेष ध्यान रखना नहीं भूलती।

रांची के लोग दूसरे दिन अखबारों को टटोलने का प्रयास करते हैं कि किसने किस भाव से श्रीरामनवमी को जनता के बीच रखा। अगर किसी अखबार ने विशेष ढंग से श्रीरामनवमी को जनता के बीच रखा तो पाठक उसकी प्रशंसा करते नहीं थकते और अगर किसी ने थोड़ी सी भी कोताही बरती तो उसकी मजम्मत करना नहीं भूलते।

विद्रोही24 ने भी आज रांची से निकलनेवाली चार प्रमुख अखबारों पर नजर दौड़ाई। जिसमें उसने पाया कि प्रभात खबर हमेशा की तरह इस बार भी सारे अखबारों से आगे रहा। प्रथम पृष्ठ इसका शानदार रहा। इसने प्रथम पृष्ठ पर जिस प्रकार मनोहारि दृश्यों को रखते हुए समाचारों को प्रस्तुत किया।

वो प्रशंसनीय था। इस अखबार ने श्रीरामनवमी पर दो विशेष पृष्ठ भी दिये, जो लाइव सिटीज में दिखा। साथ ही अखबार का अंतिम पृष्ठ भी श्रीरामनवमी उत्सव को ही समर्पित था। मतलब कुल मिलाकर चार पृष्ठ इस अखबार ने श्रीरामनवमी को समर्पित कर दिया। जो जनता के बीच में प्रशंसा का पात्र बना।

दूसरे स्थान पर दैनिक जागरण रहा। इसका पहला पृष्ठ का आधा पेज श्रीरामनवमी से सबंधित था, पेज पांच के भी आधा पेज पर श्रीरामनवमी का समाचार दिखा, जबकि तीन पेज इसने अलग से श्रीरामनवमी को भेंट किये। जिसमें रांची और उसके आस-पास की श्रीरामनवमी से संबंधित समाचार दिखी।

तीसरे स्थान पर हिन्दुस्तान रहा। इसके पहले पृष्ठ पर तो विज्ञापन दिखा। लेकिन उसके बाद वाले पृष्ठ पर जो प्रथम पृष्ठ ही एक तरह से जाना जाता है। उसका आधा से भी कम पृष्ठ पर रामनवमी की खबरें दिखी। इसने अलग से दो पृष्ठ श्रीरामनवमी से संबंधित समाचार को दिये। जिस कारण हम कह सकते है कि श्रीरामनवमी के खबरों को लेकर यह अखबार तीसरे स्थान पर रहा।

दैनिक भास्कर ने तो इस बार कमाल कर दिया। इसका प्रथम पृष्ठ का आधा पेज रामनवमी से संबंधित था। इसका धर्म पृष्ठ पूरा और धर्म पृष्ठ से सटे पृष्ठ पर आधी स्थान श्रीरामनवमी से संबंधित खबरों को मिली। कुल मिलाकर कह सकते है कि दैनिक भास्कर ने श्रीरामनवमी से संबंधित खबरों के लिए दो ही पेज निर्धारित किये। जबकि रांची से ही निकलनेवाली कई अखबारों ने किसी ने चार तो किसी ने तीन पृष्ठ अलग से श्रीरामनवमी से संबंधित समाचारों के लिए निर्धारित किये और स्वयं के अखबारों को जनता की भावनाओं के अनुरूप प्रस्तुत किया।

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