20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज व लॉकडाउन के चौथे चरण की घोषणा के साथ ही आत्मनिर्भर भारत बनाने पर जोर दिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लॉकडाउन के मुद्दे पर आज तीसरी बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत आज देश की मांग है। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि आज हर भारतवासी को लोकल के लिए वोकल बनना होगा, हमें न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट्स खऱीदने होंगे, बल्कि उसका गर्व से प्रचार भी करना होगा और ऐसा संभव है, इसे हमारे देश के लोग कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार कोरोना संक्रमण फैलने के बाद बड़ी-बड़ी व्यवस्थाओं को बड़ा झटका लगा है, पर भारत इन्हीं परिस्थितियों में अपने संघर्ष-शक्ति और संयम शक्ति का दर्शन भी किया है। उन्होंने कहा कि 18 मई से लॉक डाउन का चौथा चरण शुरु होगा, इसके लिए सभी को तैयार रहने की जरुरत है, साथ ही उन्होंने देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले चलने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की भी घोषणा कर दी।
उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, छोटे और मंझोले उद्योग तथा एमएसएमई के लिए है, जो करोड़ों भारतीयों के लिए आजीविका के साधन है। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के लिए, इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर बल दिया। उन्होंने बताया कि यह आर्थिक पैकेज जीडीपी का करीब दस प्रतिशत है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी होगी। उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत की यह भव्य इमारत पांच पिलरों पर खड़ी होगी, वे स्तम्भ है – इकोनॉमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और डिमान्ड। उन्होंने कहा कि इससे आधुनिक भारत की पहचान बने, इसको लेकर हमें इस कोरोना काल में काम करना होगा और देश ऐसा कर सकता है।
अपने आप को इस वाइरस के साथ जीना सीखना होगा और अपने परिवार एवं समाज को सुरक्षित रखते हुए अपने भविष्य एवं देश की विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी !