चुनाव का आगाज, इंडिया गठबंधन की बढ़ती ताकत व इसके अंदर सीट शेयरिंग को लेकर लगने वाली अंतिम मुहर को देख प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डरे हुए हैः सुधीर कुमार पप्पू
देश में लोकसभा चुनाव निकट आ चुका है। चुनाव का आगाज देखकर और इंडिया गठबंधन की ताकत देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद डरे हुए हैं। इंडिया गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दल सीट शेयरिंग पर अंतिम मुहर लगाने जा रहे हैं, इस कारण से मोदी जी डरे हुए हैं। जमशेदपुर के जाने-माने अधिवक्ता और सामाजिक न्याय के समर्थक सुधीर कुमार पप्पू ने एक बयान जारी कर उक्त बातें कही है।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार देश भर में भाजपा विरोधी हवा चल रही है। जनता सत्ता परिवर्तन चाहती है। महंगाई और बेरोजगारी के कारण देशवासी और युवा वर्ग खासे नाराज है। इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। यह अंदाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी है। सत्ता जाने के भय से मोदी जी हताश और भयभीत है। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में देश को गर्त में डाल दिया, दो चार बड़े कॉरपोरेट हाउस और पूंजीपतियों के कारण देश में मोदी सरकार विरोधी लहर चल रही है।
खासकर युवा वर्ग रोजगार नहीं मिलने के कारण मोदी सरकार को सबक सिखाने के मूड में है। मोदी सरकार की कार्यशैली को लेकर भाजपा के अंदर भी उबाल है। नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट के सहयोगियों और भाजपा के दिग्गज नेताओं को कोई महत्व नहीं देते हैं और उन्हें काम करने की छूट भी नहीं है। हर जगह अपने लोगों को बैठा रखा है। इससे कैबिनेट के सहयोगियों और भाजपा के दिग्गज नेताओं में नाराजगी है।
आलम यह है कि नरेंद्र मोदी आरएसएस वाले को भी कोई महत्व नहीं देते हैं। इन सब बातों का असर लोकसभा चुनाव में दिखाई देगा। जिससे मोदी समेत भाजपा का पतन निश्चित है। मोदी को ऐसा लगता है कि अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के बाद उनके समर्थन में कुछ माहौल बदलेगा। इसी कारण से अर्ध निर्मित मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह करने की जिद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगे हुए हैं। इस कारण साधु संतों और भाजपा के शीर्ष नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
अर्ध निर्मित मंदिर का उद्घाटन धर्म संगत नहीं है इसे सभी जानते हैं परंतु चुनाव को देखते हुए मोदी जल्दबाजी में है। उन्होंने कहा कि वैसे तो एनडीए में भी छोटे-छोटे दल मिलकर कुल 38 राजनीतिक दल है। इसके बावजूद इंडिया गठबंधन से सामना करने की ताकत एनडीए और भाजपा में नहीं है। देश की जनता महंगाई बेरोजगारी और नफरत के माहौल से निजात पाना चाहती है। इसी कारण इस बार मोदी सरकार का जाना तय है।