झारखण्ड कांग्रेस में एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कार्यक्रम हुआ शुरु, प्राथमिकी के माध्यम से विधायक उछाल रहे एक दूसरे पर कीचड़
जी हां, झारखण्ड कांग्रेस में एक दूसरे को नीचा दिखाने का कार्यक्रम अब जोर-शोर से शुरु हो गया है। ये कार्यक्रम एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने से शुरु हुआ हैं, जो कब तक चलेगा, कहा नहीं जा सकता। कुछ कांग्रेसी विधायक तो आनन-फानन में विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोन्गाड़ी और राजेश कच्छप के खिलाफ लिये गये निर्णयों से भी खफा हैं। उनका कहना है कि केन्द्र ने जो इन तीनों विधायकों के खिलाफ निलम्बन का निर्णय लिया हैं, वो सही नहीं हैं।
इधर एक दिन पहले जैसे इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोन्गाड़ी और राजेश कच्छप के खिलाफ, बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, ठीक उसी प्रकार आज इरफान अंसारी ने भी अपने अधिवक्ता के माध्यम से बेरमो के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी, जिसे अरगोड़ा थाना ने स्वीकार कर लिया।
अरगोड़ा थाने में दर्ज शिकायत में इरफान अंसारी के अधिवक्ता ने जोर देकर लिखा है कि पिछले दिनों कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने जो इरफान अंसारी और अन्य विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, दरअसल पूरी शिकायत ही झूठी और गलत है। इधर विधायक इरफान अंसारी के पिता जो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जो कभी जामताड़ा से विधायक व गोड्डा से सांसद भी रहे हैं, स्थानीय कांग्रेसी नेताओं से खफा है, उनका कहना है कि कुछ स्थानीय नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस को नाश करके रख दिया है।
ज्यादातर उनका गुस्सा बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह पर हैं, उनका कहना है कि इस कांड का जड़ कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह हैं, उसके खिलाफ प्राथमिकी होना ही चाहिए। राजनीतिक पंडितों की मानें तो कांग्रेस में चल रहा उथल-पुथल कांग्रेस के लिए ही भारी हो जायेगा, इसका फायदा अंततः भाजपा ही उठायेगी, थोड़ा बहुत झामुमो इसका फायदा उठा लें, तो बात अलग है।