धनबाद में शुरु हुआ कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह का विरोध, विरोध करनेवाले खांटी कांग्रेसी और मजदूर नेता ललन चौबे, शीर्ष नेताओं पर लगाया गंभीर आरोप, पार्टी से भी खुद को किया अलग
कांग्रेस पार्टी व मजदूर यूनियन से जुड़े खांटी कांग्रेसी नेता ललन चौबे आज गुस्से में दिखे। गुस्सा ऐसा कि वे अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी से ही अलग हो गये। आनन-फानन में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का अपना इस्तीफा भेज दिया। इसके पूर्व उन्होंने धनबाद में एक प्रेस कांफ्रेस भी किया और उस प्रेस कांफ्रेस में अपने गुस्से का कारण भी बताया।
ललन चौबे का कहना था कि पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं ने धनबाद में एक ऐसी महिला को टिकट थमा दिया, जिसका कोई जनाधार ही नहीं है। उनका कहना था कि अनुपमा सिंह को टिकट देने का मतलब ही है कि पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं ने टिकट को करोड़ों रुपये में बेचा। इसी दरम्यान ललन चौबे ने अनुपमा सिंह के पति व बेरमो विधायक अनूप सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाये।
ललन चौबे ने कहा कि अनूप सिंह ने भ्रष्टाचार कर धन इकट्ठे किये हैं और उस धन को कांग्रेस के शीर्षस्थ नेताओं तक पहुंचाया है। वे इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश और केन्द्र के नेताओं को संप्रेषित कर दिया है। वे धनबाद सीट पर उसे समर्थन करेंगे जो भ्रष्टाचार का विरोध करेगा और धनबाद को बेहतर स्थिति में लाने का प्रयास करेगा।
ललन चौबे के इस इस्तीफे और विरोध की चर्चा पूरे धनबाद में जोरों पर हैं। राजनीतिक पंडित इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका मानते हैं। वे मानते हैं कि इसका प्रभाव कांग्रेस की स्थानीय राजनीति पर अवश्य पड़ेगा। विरोधियों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि यहां मुख्य मुद्दा भाजपा के घोषित प्रत्याशी ढुलू महतो को हराना था, लेकिन राजनीतिक पंडित मान रहे है कि कांग्रेस ने अनुपमा सिंह को टिकट देकर अपना ही सत्यानाश करने की ठान ली है।