रघुवर का कमाल या पूर्णिमा की बुद्धिमता, जमशेदपुर पूर्व में लगे आभार होर्डिंग में बाबूलाल मरांडी नजर नहीं आ रहे, PM मोदी भी एक कोने में सिमटे, होर्डिंग बता रहा भाजपा नेताओं के दिलों में एक-दूसरे के प्रति कितना द्वेष भरा
मैं झारखण्ड की पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू हूं। मुझे जमशेदपुर पूर्व से विधायक बनाने में केवल और केवल रघुवर दास की ही प्रमुख भूमिका रही है। इसलिए वर्तमान से लेकर आनेवाले समय में, मैं वहीं करुंगी जो हमारे ससुर जी बोलेंगे या कहेंगे। शायद जमशेदपुर पूर्व विधानसभा के विभिन्न इलाकों में जमशेदपुर पूर्व की विधायक पूर्णिमा साहू द्वारा लगाई गई आभार होर्डिंग यही चीख-चीख कर कह रही हैं।
ऐसे तो पूरा प्रदेश जानता है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास अपने आगे प्रदेश भाजपा के किसी भी नेता को नहीं लगाते और न फटकने देते हैं। चाहे वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ही क्यों न हो। लेकिन इस बार तो उन्होंने हद कर दी। उनकी बहू द्वारा लगाई गई आभार होर्डिंग में इस बार केवल और केवल साइड में, वो भी एक छोटी सी फोटो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिख रही हैं और सबसे बड़ा फोटो बहू पूर्णिमा साहू का दिख रहा है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ऐसा होर्डिंग बनवाने की क्षमता न तो पूर्णिमा साहू में हैं और न ही रघुवर के बेटे ललित दास में हैं। ये सारा का सारा दिमाग झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि रघुवर दास ने अभी से ही बहू को आगे कर एक बहुत बड़ा दांव खेलना शुरु किया है। वे जानते है कि उनका बेटा ललित दास किसी काम का नहीं। जहां ललित दास को राजनीति में आगे करेंगे तो पार्टी तो दूर, खुद जमशेदपुर पूर्व में ही बवाल हो जायेगा और उसका कैरियर शुरु होने से पहले ही चौपट हो जायेगा। इसीलिए उन्होंने पार्टी पर जोर देकर अपनी बहू पूर्णिमा दास को टिकट दिलवाया, ताकि महिला होने का लाभ वो उठा सकें और वो देखने को मिला भी।
राजनीतिक पंडितों की मानें, तो आम तौर पर जहां से भी कोई पार्टी का उम्मीदवार जीतता हैं तो वो जब जनता के प्रति आभार प्रकट करता है, तो उस आभार प्रकटीकरण के दौरान होर्डिंग में प्रदेश के उन नेताओं का भी फोटो देने की कोशिश करता है, जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और कुछ नहीं तो कम से कम प्रदेश अध्यक्ष का तो फोटो जरुर ही देता हैं। लेकिन रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास की होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छोटी फोटो को छोड़कर देशस्तरीय व प्रदेशस्तरीय किसी नेता का फोटो नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोटो हैं भी तो वे भी किसी कोने में सिमटते हुए दिख रहे हैं।
जबकि एक समय ऐसा भी था कि जब झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास हुआ करते थे, तो प्रदेश में लगनेवाले सारे होर्डिंगों में रघुवर दास के होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोटो रघुवर दास की फोटो की अपेक्षा बड़ा हुआ करता था। लेकिन अब लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी उनकी औकात दिखाने की योजना चल रही हैं। कमाल यह भी है कि अब भाजपा के जिला पदाधिकारी भी वहीं होर्डिंग सभी जगह लगा रहे हैं, जो होर्डिंग पूर्णिमा साहू को पसंद आये। आप खुद इस होर्डिंग को देखें।
इस होर्डिंग में भाजपा नेता श्याम अग्रवाल, जमशेदपुर महानगर और मोंटी अग्रवाल, मीडिया प्रभारी, भारतीय जनता युवा मोर्चा, जमशेदपुर महानगर का फोटो के साथ नाम हैं। लेकिन किसी भी देशस्तरीय या प्रदेशस्तरीय भाजपा नेताओं का फोटो नहीं हैं। एक फोटो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जरुर हैं, लेकिन वो भी जमशेदपुर पूर्व की विधायक यानी रघुवर दास की बहू की फोटो के आगे बौना दिख रहा है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि जमशेदपुर पूर्व में ऐसे होर्डिंग केवल एक जगह नहीं, बल्कि कई जगह लगाये गये हैं। जो बताने के लिए काफी है कि भाजपा पूरे प्रदेश से गायब क्यों हो गई। उसे झामुमो ने क्यों धोबिया पाठ पढ़ा दिया। दरअसल भाजपा के प्रदेशस्तरीय नेताओं में एक-दूसरे के प्रति इतनी घृणा बैठी हुई हैं कि वे एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते। जब वे एक दूसरे को देखना पसंद नहीं करते, तो पार्टी क्या खाक आगे बढ़ेगी, उसे तो मिट्टी में मिलना ही था।
राजनीतिक पंडित तो यह भी कह रहे हैं कि भाजपाइयों के दिलों में एक-दूसरे के प्रति इतनी गंदगी जमी हुई हैं कि उस गंदगी को साफ करना संघ या भाजपा के किसी नेता के वश की बात नहीं। आनेवाले समय में फिर झामुमो ही सत्ता में आयेगा। चाहे ये जो भी कर लें। कितना भी प्रोपैगंडा क्यों न फैला लें।