राजनीति

बड़कागढ़ इस्टेट के खेवट-खतियान में की गई छेड़छाड़, जालसाजी, फर्जीवाड़ा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का मामला राजेश कच्छप ने सदन में उठाया, विभागीयस्तर पर होगी जांच, मंत्री ने दिया आश्वासन

कांग्रेस पार्टी के खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग से संबंधित सवाल आज सदन में उठाया। राजेश कच्छप ने सरकार से सवाल पूछा कि क्या यह बात सही है कि बड़कागढ़ गवरमेंट इस्टेट की जागीरदारी/जमीदारी खेवट नं. 2 का वेस्टिंग अंडर सेक्शन – 3 (B)बिहार लैंड रिफॉर्म एक्ट 1950 के तहत आज तक नहीं किया गया है?

राजेश कच्छप का दूसरा सवाल था क्या यह बात सही है कि वर्णित इस्टेट की वेस्टिंग हेतु आवश्यक प्रक्रियाओं जैसे रिटर्न फाइलिंग, रेन्ट फिक्सेशन फिलिंग वंशजों/उत्तराधिकारियों द्वारा इसलिए नहीं किया जा सका क्योंकि खेवट नं. 2, बड़कागढ़ गवरमेंट इस्टेट को सरकार उत्तराधिकारियों को वापस नहीं कर अपने पास रखी रही?

राजेश कच्छप का तीसरा सवाल था कि क्या यह बात सही है कि खण्ड दो में वर्णित खेवट दो जिसकी पांचवें कॉलम में ठाकुर एनी नाथ शाहदेव व खानदान तथा अंतिम कॉलम में बड़कागढ़ गवरमेन्ट इस्टेट की स्वामित्व अंकित है, में छेडछाड़ कर रिकार्ड में हेराफेरी जालसाजी करते हुए दि असम टी फ्रंटियर प्राइवेट लिमिटेड, सुबर्नरेखा इंटरप्राइजेज प्रा. लिमिटेड, पिस्का टी प्रा. लि. लगान पानेवाला बनकर 8500 एकड़ Vaksat Malik Land पर काबिज हो गई है जो बेहद गंभीर मामला है।

राजेश कच्छप ने यह भी सवाल उठाया कि क्या सरकार इस मामले की हाईलेवल इन्कवायरी सुनिश्चित करते हुए बड़कागढ़ इस्टेट के वैलिड उत्तराधिकारियों की पहचान कर न्याय करने तथा खेवट-खतियान में की गई छेड़छाड़, जालसाजी, फर्जीवाड़ा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का विचार रखती है, अगर हां तो कब तक और नहीं तो क्यों? जिस पर राज्य के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि वे इस पूरे मामले की विभागीय स्तर पर जांच करवाने को तैयार है।