जेल में ही रहेंगे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, सुप्रीम कोर्ट ने की जमानत याचिका खारिज
बेचारे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल में ही रहेंगे, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी आज जमानत याचिका खारिज कर दी। चारा घोटाले में सजा पा चुके लालू प्रसाद यादव अपनी उम्र और बीमारियों को आधार बनाकर जमानत पाना चाहते थे, जबकि सीबीआई ने लालू यादव के जमानत याचिका का यह कहकर विरोध किया था दरअसल लालू यादव अस्पताल से ही राजनीतिक गतिविधियों को संचालित करते हैं, वे जेल में न रहकर रिम्स अस्पताल के विशेष कक्ष में रह रहे हैं। ये गलत मेडिकल ग्राउंड पर अदालत को गुमराह कर रहे हैं। सीबीआई का यह भी कहना था कि लालू यादव लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर जमानत मांग रहे हैं ताकि वे इसका फायदा उठा सकें।
लालू प्रसाद यादव ने 10 जनवरी को झारखण्ड हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद, सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने 21 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने बढ़ते उम्र और बीमारियों का हवाला दिया था, सुप्रीम कोर्ट में लालू यादव की ओर से सुप्रसिद्ध कांग्रेसी नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल अपना पक्ष रख रहे थे। सर्वोच्च न्यायालय ने लालू यादव की जमानत याचिका पर सीबीआई को अपना पक्ष रखने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। इधर डाक्टर द्वारा भी लालू प्रसाद की मेडिकल जांच कराई गई थी, जिसमें डाक्टरों ने घबराने वाली कोई बात नहीं, इसका जिक्र किया था।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद, निःसंदेह लालू यादव और उनकी पार्टी को गहरा झटका लगा है, अगर लालू यादव को जमानत मिल जाती, तो राजद के लिए यह समय महत्वपूर्ण हो जाता, और वह इसका राजनीतिक लाभ जमकर उठाती, पर अब लालू के जेल में रहने से राजद को इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा, तथा जदयू और भाजपा को इसका राजनीतिक माइलेज मिलना तय है, कुछ लोगों का मानना है कि लालू प्रसाद यादव जेल में भी रहेंगे तो उनके वोटर्स को हिला पाना, उनको माननेवालों को हिला पाना बड़ा ही मुश्किल है, क्योंकि लालू आज भी करोड़ों लोगों के दिल में बसते हैं।