झारखण्ड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव की गिरफ्तारी से दुखी है सरयू, राजीव के पक्ष में लगातार किये जा रहे ट्विट
झारखण्ड हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता व जनहित याचिका स्पेशलिस्ट राजीव कुमार की गिरफ्तारी से केवल भाजपा नेता ही दुखी नहीं हैं, दुखी होनेवालों में राज्य के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ एवं जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय भी शामिल है। एडवोकेट राजीव कुमार की गिरफ्तारी के बाद से अब तक वे इस संबंध में तीन-तीन ट्विट कर चुके हैं।
पहला जो ट्विट है वो इस प्रकार है – “Advocate Rajiv Kumar is victim of a well known dirty trick hatched by corrupts & mischievous in business of politics. Anybody/Everybody may be fixed this way or that way by dirty trick variants. Dirty tricks never last long, so will be this too. It is bound to boomerang.”
अंग्रेजी में लिखें इस ट्विट में साफ उन्होंने कहा है कि एडवोकेट राजीव कुमार राजनीति के धंधे में भ्रष्टाचारियों और शरारती लोगों द्वारा रची गई एक जानी-मानी गंदी चाल के शिकार हुए हैं। कोई भी इस गंदी चाल का शिकार हो सकता है या गंदी चाल में लिप्त हो सकता है। ये गंदी चालें ज्यादा दिनों तक नहीं चलती, और यही होगा, ये उनके लिए बूमरेंग साबित होगा, जो इस चाल में लिप्त है।
दूसरे ट्विट में सरयू राय ने जो लिखा है, वो इस प्रकार है – “खनन/मनरेगा/मुखौटा कंपनियों में सरकारी हुक्मरानों पर 2 मुक़दमें (4290/21,727/22) झारखंड उच्च न्यायालय में चल रहे हैं जिनमें श्री शिव शंकर शर्मा आवेदक श्री राजीव कुमार एडवोकेट हैं। इन दोनों में श्री अमित अग्रवाल का नाम नहीं है। फिर राजीव कुमार किस मुकदमा में से उनका नाम निकालते!”
जबकि तीसरा ट्विट कह रहा है कि “झारखंड हाईकोर्ट में तीसरा केस दायर है जो अभी लिस्टेड नहीं है, डिफ़ेक्ट में है। इसमें सत्ता से जुड़े 25 लोग पार्टी बनाए गये हैं। इसमें 10वें नम्बर पर अमित अग्रवाल का नाम है। इतने धाकड़ समूह से अमित अग्रवाल का नाम हट भी जाए तो उनपर कोई फ़र्क़ नही पड़ेगा। लपेटे में तो वे तब भी रहेंगे।