सरयू राय ने PM मोदी से 50 एकड़ से अधिक रैयती और सरकारी जमीनों को हथियाकर लोगों का जीना मुहाल कर देनेवाले भाजपा के घोषित प्रत्याशी ढुलू महतो की गंदी हरकतों पर संज्ञान लेने को कहा
जमशेदपुर पूर्व के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने आज प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा है कि वे भाजपा के झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धनबाद संसदीय क्षेत्र से भाजपा के घोषित प्रत्याशी के कतिपय कारनामों से अवगत कराना चाहते हैं। सरयू राय का कहना है कि धनबाद संसदीय क्षेत्र के भाजपा के घोषित प्रत्याशी, संप्रति बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के लेदीडुमर गांव (मौजा संख्या 116) के किसानों ने दो दिन पहले उन्हें पत्र लिखकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया है।
किसानों का कहना है कि इस संबंध में वे धनबाद के उपायुक्त और झारखण्ड के राज्यपाल को भी क्रमशः 17.10.2022 और 23.03.2022 को अवगत करा चुके हैं। उनकी और आसपास के कतिपय गांवों की 50 एकड़ से अधिक रैयती जमीन और इससे अधिक सरकारी जमीन पर विधायक ढुलू महतो ने जबरन कब्जा में ले लिया है और घेराबंदी कर दिया है। घेराबंदी के भीतर में वे ‘पुना महतो सेवा संस्थान’ के बैनर तले, कौशल विकास केन्द्र चला रहे हैं। चहारदीवारी के भीतर गांव का सार्वजनिक मंदिर भी है।
किसानों ने अपने पत्र में जिसे उन्होंने धनबाद के उपायुक्त को दिनांक 17.10.2022 को लिखा है और बाद में राज्यपाल झारखंड को उन्होंने दिनांक 23.03.2022 को पत्र भेजकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया है। बताया है कि बाघमारा अंचल के लेदीडुमर (मौजा संख्या 116), चिटाही एवं दरिदा (मौजा संख्या 120) के साथ ही मुराईडीह गांव के रैयतों की पुश्तैनी जमीन पर भी बाघमारा विधायक ने जबरिया कब्जा कर लिया है। जब वे अपना हक मांगते हैं तो उन्हें धमकी मिलती है और झुठे मुकदमों में फंसा दिया जाता है। ग्रामीणों का पुश्तैनी हनुमान मंदिर, सरकारी तालाब, सरकारी चापाकल, सरकारी जमीन तथा कतिपय आदिवासी जमीन को भी विधायक ने अपने कब्जा में ले लिया है।
धनबाद के उपायुक्त को प्रेषित पत्र में जो विवरण उन्होंने दिया है उसका प्रासंगिक अंश वे यहां संलग्न कर रहे हैं। ग्रामीणों ने उन्हें प्रेषित पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि इसके लिए इन्होंने 17.10.2022 को उपायुक्त, धनबाद के कार्यालय के समक्ष तथा दिनांक 23.03.2022 को झारखंड के राज्यपाल के कार्यालय के समक्ष अर्द्धनग्न प्रदर्शन भी किया परंतु उन्हें न्याय नहीं मिल पाया। पत्र में किसानों ने लिखा है कि उनलोगों की जो जमीन विधायक ने हथिया लिया है उसमें से कुछ का विवरण निम्नलिखित है –
- त्रिपुरारी सिंह का जमीन मौजा लेदीडूमर, मौजा नं.-116 खाता नं.- 92 एवं 40, प्लॉट नं. 323/328/342/343/368/412/417/255/259/270/282 एवं 291 कुल रकबा 03 एकड़ 99 डी. में आधा अंश 01 एकड़ 99 डी.।
- आसु सिंह का जमीन मौजा लेदीडूमर, मौजा नं.-116 खाता नं.- 43, 9, 4, 3, प्लॉट नं.- 45, 419, 420, 414, 422 इत्यादि रकबा 3 एकड़।
- श्याम जी सिंह का जमीन मौजा लेदीडूमर, मौजा नं.- 116 खाता संख्या-11 पलॉट नं.- 298, 299, 300 कुल रकबा 50 डी. लेदीडूमर के नाम से है।
- जीवन सिंह का जमीन मौजा लेदीडूमर, मौजा नं.-116 खाता नं.- 9, 10 प्लॉट नं.- 423, 416 कुल रकबा 50 डी.।
बाघमारा विधायक ने दर्जनों किसानों की जमीन जबरदस्ती हथियाया है परंतु वे लोग डर से खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। काफी सरकारी जमीन की घेराबन्दी विधायक ने किया है, जिसमें से कुछ का विवरण निम्नलिखित है:-
- मौजा संख्या-116, खाता संख्या-121, 296, 319, 292, 315, 416, (बजरंगबली मंदिर) प्लॉट संख्या-357 (रघुगुड़िया) 350।
- बजरंगबली मंदिर एवं तालाब सरकारी चापाकल इत्यादि सभी जबरदस्ती घेराबन्दी किया है एवं लेदीडूमर गांव के अन्य ग्रामीणों का भी जमीन सरकारी जमीन ढुलू महतो एवं उसके कार्यकर्ताओं द्वारा जबरन लगभग 50 एकड़ जमीन जबरन घेराबन्दी का अवैध पूना महतो सेवा संस्थान नामक जाली ट्रस्ट बनाकर उसमें कौशल विकास केन्द्र चलाया जा रहा है और उक्त जमीन को मुक्त कराने के लिए कहते है तो उनलोगों को झूठा केस में फंसाने एवं जान मारने की धमकी देते हैं, जिस कारण वे लोग भयभीत एवं चुप है।
इन ग्रामीणों ने उपरोक्त तत्वों की उचित पड़ताल करते हुए उनलोगों का उक्त जमीन को ढूलू महतो, पूना महतो सेवा संस्थान के द्वारा किये गये जबरन घेराबन्दी से मुक्त कराने एवं उनलोगों का जानमाल की सुरक्षा करने अनुरोध भी राज्यपाल व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से किया था। उपरोक्त पत्र पर त्रिपुरारी सिंह, आसु प्रसाद सिंह, श्याम जी सिंह, शिवनारायण सिंह के हस्ताक्षर थे। जो 17.10.2022 को लिखा गया था।
राज्यपाल को लिखित इस पत्र की प्रति उन किसानों ने उपनिदेशक, प्रवर्तन निदेशालय(ईडी), रांची, महानिरीक्षक, राज्य मानवाधिकार आयोग, रांची, उपायुक्त, धनबाद, अंचलाधिकारी, बाघमारा, थाना प्रभारी, बरोरा (मुराईडीह) एवं मुख्य न्यायाधीश, झारखण्ड उच्च न्यायालय, रांची को भी दिया था। परंतु कोई कारवाई नहीं हुई है।
दूसरा मामला – इससे भी अधिक गंभीर एक सूचना वे भाजपा, झारखंड के प्रदेश प्रभारी और देश के प्रधानमंत्री को इस प्रेस वक्तव्य के माध्यम से देना चाहते है। इस संबंध में प्रासंगिक दस्तावेज भी संलग्न कर रहा है। ये सरकारी दस्तावेज स्वतः स्पष्ट हैं और प्रेस वक्तव्य के साथ अनुलग्नकों के रूप में संलग्न हैं। संलग्न दस्तावेजों से स्पष्ट है कि ढुलू महतो के बेटे प्रशांत कुमार ने अंचल गोविंदपुर, मौजा तुमादाहा में करीब 1.50 एकड़ भूखंड पर श्री जगन्नाथ कोक इंडस्ट्रीज स्थापित किया है, जो मौजा तुमादाहा के प्लॉट संख्या 69, 70, 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77 और 78 पर स्थापित है।
इसका क्षेत्रफल करीब 1.50 एकड़ है। इस संबंध में संलग्न प्रासंगिक दस्तावेजों में श्री जगन्नाथ कोक इंडस्ट्रीज के मालिक प्रशांत कुमार, पिता – श्री ढुलू महतो का अद्यतन आय का विवरण, जीएसटी विवरण के साथ ही अंचल अधिकारी, गोविंदपुर, धनबाद का पत्र संख्या 170, दिनांक 24.01.2023 भी संलग्न है। ये सभी दस्तावेज साबित करते हैं कि यह उद्योग ढुलू महतो के बेटे का ही है।
करीब 1.50 एकड़ क्षेत्र में स्थापित श्री जगन्नाथ कोक इंडस्ट्रीज के मालिक प्रशांत कुमार, पिता – ढुलू महतो, ग्राम – चिटाही, टुण्डु, बरोरा, धनबाद की कुल आय (वर्ष 2022-23) में 17,77,810 (सतरह लाख सतहत्तर हजार आठ सौ दस) रुपए है जबकि श्री जगन्नाथ कोक इंडस्ट्रीज जिस जमीन पर स्थापित है उसकी कुल कीमत सरकारी दर पर 50 से 60 लाख रुपए के करीब है।
इसके पूर्व भी उन्होंने प्रशांत कुमार का 2.06 करोड़ रुपए कीमत की जमीन खरीदने का अधिकारिक दस्तावेज जारी किया था। भाजपा नेताओं से धनबाद क्षेत्र की जनता जानना चाहेगी कि इतनी बड़ी राशि उन्होंने कहां से प्राप्त की है। क्या यह आय से अधिक संपत्ति का प्रमाण नहीं है? बाघमारा क्षेत्र के जिन गांव के किसानों ने वर्ष 2022 से अभी तक राज्यपाल और धनबाद के उपायुक्त को पत्र लिखकर अपनी व्यथा प्रकट की है और उनके कार्यालय के समक्ष अर्द्धनग्न प्रदर्शन तक किया है, वे सभी किसान स्थानीय हैं और ढुलू महतो का परिवार जब बिहार के नवादा जिला से चिटाही और आसपास के गाँवों में आकर बसा उसके पहले से ये किसान वहां रह रहे हैं। प्रधानमंत्री को इसपर संज्ञान लेना चाहिए।