राजनीति

नव वर्ष की मस्ती में डूबे हेमन्त को सरयू ने झकझोरा, कहा खून बेचने का काम बंद करिये, दवाई दोस्त जैसी संस्थानों को अपना काम करने दीजिये, झारखण्ड के दामन को दागदार होने से बचाइये

वरिष्ठ नेता सरयू राय ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को आज पांच ट्विट किये, और इस ट्विट के माध्यम से उन्होंने हेमन्त सरकार को चेताया कि वे अपने काम-काज में सुधार लाये, जनता के हित का ध्यान रखें, ताकि लोग आराम से जीवन-बसर कर सकें, पर राज्य सरकार ऐसी है कि वो सरयू राय की बातों पर, उनके ट्विट पर ध्यान देगी, इसकी संभावना दूर-दूर तक नहीं दिखाई देती।

राजनीतिक पंडित तो साफ कहते है कि सरयू राय ने जो बातें उठाई हैं, उसे कोई भी व्यक्ति गलत नहीं ठहरा सकता, पर कांग्रेस कोटे से बने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को न तो कांग्रेसी और न ही राज्य के मुख्यमंत्री ही कुछ कर सकते हैं। राजनीतिक पंडित तो साफ कहते है कि इन दिनों राज्य में किसी भी व्यक्ति को बीमारी हो रही हैं, अगर वह अमीर हैं तो वह अपनी व्यवस्था तो कर ले रहा हैं, पर जो गरीब है, उसे हर हालत में मरना है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में मची धांधलियां व भ्रष्टाचार उन्हें जीने नहीं दे रही है।

सरयू राय ने अपने पहले ट्विट में ठीक ही लिखा है कि स्वैच्छिक रक्तदाताओं से मिले रक्त को बेचने का काम शर्मनाक है, स्वास्थ्य विभाग को खून का व्यवसाय करने से रोकिये। सबसे पहले सरयू राय के पहले ट्विट को देखिये – “स्वास्थ्य विभाग को खून का व्यवसाय करने से रोकिये। ब्लड बैंक में जमा खून लाखों स्वैच्छिक रक्तदाताओं का है। विभाग ने इसकी प्रति यूनिट कीमत सरकारी अस्पतालों को 1050 रुपये और निजी अस्पतालों को 1450 रुपये वसूलने का आदेश कर दिया है। धनबाद जैसे जिले मरीजों से कीमत लेने लगे हैं।”

दूसरा ट्विट – स्वास्थ्य सेवा में सुधार लाने पर गंभीर हैं तो सीएचसी, पीएचसी, सदर एवं अन्य सरकारी अस्पतालों को मजबूत करें, दवा माफिया को कंट्रोल करें, नहीं तो रांची के दवाई दोस्त जैसी सस्ती दवाओं की दूकानें स्वास्थ्य विभाग बंद कराता रहेगा, जन औषधि केन्द्र को खुलने/चलने नहीं देगा।

तीसरा ट्विट – “ब्लड बैंक में खून आता रहे इसके लिए सभी अस्पताल रक्तदान शिविर लगाएं, मरीजों को मुफ्त रक्त चढ़ाएं, उन्हें डोनर लाने के लिए मजबूर न करें, स्वैच्छिक रक्तदान से ब्लड बैंक को मिले रक्त का व्यवसाय न करें। क्या रक्तदान का खून बेचने का सरकारी आदेश निजी ब्लड बैंकों को लाभ पहुंचाने के लिए हैं?”

चौथा ट्विट – झारखण्ड सरकार के स्वास्थ्य विभाग के कतिपय कारनामों से मैंने झारखण्ड कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को भी अवगत कराया है, विधानसभा में इनके नेताओं को भी बताया है कि स्वास्थ्य मंत्री की करतूतों पर लगाम लगाइये नहीं तो झारखण्ड का जनस्वास्थ्य तो बिगड़ेगा ही, झारखण्ड का दामन भी दागदार होगा।

पांचवा ट्विट – राज्य के 24 जिलों में योग्य एवं स्थायी सिविल सर्जन नियुक्त करें, प्रभारियों और दागियों को हटाएं, अनियमित ट्रांसफर-पोस्टिंग बंद कराये। बताएं कि स्वास्थ्य विभाग के कारनामों के बारे में जो सवाल मैं उठा रहा हूं, वह सही है या स्वास्थ्य मंत्री जो कर रहे हैं, वह सही है?

One thought on “नव वर्ष की मस्ती में डूबे हेमन्त को सरयू ने झकझोरा, कहा खून बेचने का काम बंद करिये, दवाई दोस्त जैसी संस्थानों को अपना काम करने दीजिये, झारखण्ड के दामन को दागदार होने से बचाइये

  • Sita Bairoliya

    Sir, you are absolutely 1000+%right,since RiMS DawaiDost was closed in August we personally have not been able to relax, just thinking how and why the organisers and authorities authorised this closer when it was so so very clear that Dawaidost RIMS was serving the poors in need in a very humanly and sympathetic way, Some one in authorities tried in many ways, always troubling them by drugs checks etc. and finally dropped a bomb to close it when they could not pin point any thing against them. Result was the poor needy people in need got punished, so sorry but this was in my opinion was a very wrong decision! God help those needy suffering people who are troubled because of this closer.

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