अपराध

BJP नेतृ का यौन शोषण, आरोपी को बचाने का प्रयास, ऑनलाइन FIR 8 दिनों तक पुलिस दबाएं रखी

ये हैं रघुवर सरकार की धनबाद पुलिस का चाल-चरित्र, धनबाद भारतीय जनता पार्टी की जिला मंत्री कमला कुमारी 31 अक्टूबर 2018 को ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराती है, जिसमें जिक्र है कि उनका यौन शोषण हुआ है। यौन शोषण का आरोप कतरास थाना में बिचौलिया का काम करनेवाला अयोध्या ठाकुर पर है, जो बाघमारा के ही कद्दावर नेता का खासमखास है, फिर भी न तो आरोपी को पकड़ा जा सका और न ही कमला कुमारी को न्याय दिलाने में स्थानीय पुलिस तेजी दिखा रही हैं।

उलटे जो प्राथमिकी 31 अक्टूबर को ऑनलाइन दर्ज कराई गई थी, उसे स्थानीय पुलिस को रजिस्टर्ड करने में आठ दिन से भी ज्यादा समय लग गये, यानी जिस प्राथमिकी को 31 अक्टूबर को ऑनलाइन दर्ज कराया गया था, उस प्राथमिकी को दर्ज किया गया 7 नवम्बर को, आखिर ये हरकत क्या बताता है? स्पष्ट है कि यहां ऑनलाइन प्राथमिकी का कोई भैल्यू ही नहीं, और जब ऑनलाइन प्राथमिकी की कोई भैल्यू ही नहीं, तो फिर क्या जरुरत है, ऑनलाइन और डिजिटल थाने की, बंद कर दिजिये ये सब ढकोसला?

आश्चर्य है कि यहां तो केन्द्र में भी भाजपा और राज्य में भी भाजपा की सरकार, धनबाद में मेयर भी भाजपा का, विधायक भी भाजपा का और सासंद भी भाजपा का और जहां की ये घटना है, वहां का विधायक भी भाजपा का और जो आरोपी है, वह भी भाजपा के ही स्थानीय नेता का कद्दावर नेता का खासमखास और जो यौन शोषण की शिकार महिला है वह भाजपा की जिला मंत्री, अब जरा सोचिये, जब भाजपा की महिला नेता, अपने ही घर में सुरक्षित नहीं हैं, तो ये भाजपाई अन्य लोगों को क्या मदद दिलायेंगे, दूसरों की क्या सुरक्षा उपलब्ध करायेंगे, सवाल गंभीर है।

अच्छा रहेगा, ये सवाल भाजपा की सरकार के मुखिया रघुवर दास ही दे दें, क्योंकि सर्वाधिक दौरा, उनका धनबाद के इसी इलाके में होता है, जहां की ये घटना है, यानी बाघमारा विधानसभा का इलाका, कतरास थाना। अपने प्राथमिकी में भाजपा नेतृ कमला कुमारी ने लिखा है कि वह गद्दी मोहल्ला, कतरास की रहनेवाली है, वह अपने पति के साथ मिलकर श्रृंगार व ब्यूटी पार्लर का दुकान चलाती है, जिससे उसके परिवार का भरण-पोषण होता है।

गत चार वर्ष पहले उसने व्यवसायिक कार्य चलाने के लिए अयोध्या ठाकुर, पिता-वंशी शर्मा, निवासी – मालकेरा, डीवीसी क्वार्टर, कतरास से पचास हजार रुपये, 5 प्रतिशत की दर से मासिक ब्याज पर कर्ज लिया था। इसी दौरान अयोध्या ठाकुर ने जमानत के तौर पर कमला कुमारी से सादे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर लेकर एवं उसके पति का दो-दो सादा चेक पर हस्ताक्षर किया हुआ चेक प्राप्त कर लिया।

कमला कुमारी का कहना है कि उसके पति हर माह ढाई हजार रुपये ब्याज देते रहे हैं। इसी बीच अयोध्या ठाकुर उसके पति की गैरहाजिरी में, उसके पास आकर उससे अश्लील बाते एवं संबंध बनाने के लिए जोर देता रहा, तथा धमकी देकर एक साल तक शारीरिक शोषण करता रहा और धमकी देता कि अगर ये बात किसी को वो बताई तो उसके पति की वह हत्या करवा देगा। धमकी में वह कहता कि उसके द्वारा हस्ताक्षर किया गया स्टाम्प पेपर एवं दो – दो सादे चेक उसके पास है, वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगी।

जब अयोध्या ठाकुर ने उस पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव और लगातार धमकी देने लगा, तब उसके इस धमकी से वह अवसाद में रहने लगी, अंत में उसके लगातार इस हरकत से तंग आकर, उसने सारी बात अपने पति को बता दी, तथा उसे उसका पैसा लौटाकर, उससे सादे स्टाम्प पेपर का कागज तथा दो-दो सादे चेक मांग लेने की बात कही, पर अयोध्या ठाकुर बार-बार पैसे लेने से इनकार करता रहा और स्टाम्प पेपर का कागज तथा दोनों चेक भी देने की कोशिश नहीं करता।

एक दिन 30 अगस्त को उसने उसकी दुकान पर आकर दोपहर में दस लाख रुपये की मांग करने लगा, जब उसने विरोध की तो उसके खिलाफ अपशब्द कहे, तथा दुर्व्यवहार भी किया। भाजपा नेतृ कमला कुमारी अपने साथ हो रही इस घटना से बहुत ही व्यथित है, वह इस बात की जानकारी धनबाद भाजपा जिलाध्यक्ष को दे दी है, पर उसे न्याय मिल पायेगा, इसकी संभावना कम ही दिखाई पड़ रही हैं, क्योंकि जब पुलिस ऑनलाइन दर्ज करायी गई प्राथमिकी को आठ दिनों बाद यानी 7 नवम्बर को नोटिस लेती है, तो वह यौन शोषण के आरोपी को कब गिरफ्तार करेगी, वह भी वह आरोपी जो कतरास थाने में ही हरदम बैठे रहता है।

इसी बीच भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने विद्रोही24.कॉम को बताया कि उनकी पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, इस मामले में उन्होंने बाघमारा के डीएसपी से बातचीत की है, कल भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल धनबाद के ग्रामीण एसपी और एसएसपी से मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति पर कमला कुमारी ने आरोप लगाया है, वह व्यक्ति कुख्यात है, भाजपा ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनायेगी, वे इस मामले को छोड़ने नहीं जा रहे।