राजनीति

सोरेन परिवार ने नाम बदलकर आदिवासियों की जमीन लूटी, बेदाग हैं तो भागें नही, ईडी के सवालों का सामना करें CM हेमंत – बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अपनी कल से शुरु हो रही 40 दिनों की संकल्प यात्रा के पूर्व भाजपा प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज झारखंड निर्माता व देश के महान विभूति श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि है। जिन्होंने अलग राज्य देकर राज्य की जनभावनाओं का सम्मान किया था। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य का गठन श्रद्धेय अटल जी की ही देन है।

उन्होंने कहा कि आज राज्य की सत्ता में वैसे लोग बैठे हैं जिन्होंने अटल जी के सपनो को रौंदा है। ये वही लोग हैं जिन्होंने अलग राज्य के आंदोलन की बोली लगाई, तो किसी ने लाश पर बनने की कसम खाई। कोई आंदोलन का क्रेता बना तो कोई विक्रेता बना। उन्होंने कहा कि ठगबंधन सरकार को राज्य के जनता की भलाई और विकास से कुछ भी लेना देना नही। ये सरकार केवल कमाने केलिए बनी है, काम करने केलिए नहीं।

उन्होंने कहा कि अब तो हद हो गई अब भ्रष्टाचार को रोकने की जिम्मेवारी रखने वाला व्यक्ति खुद ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा है। उससे राज्य की जनता भ्रष्टाचार रोकने की उम्मीद नहीं कर सकती। उन्होंने मीडिया के बीच दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि पूरा शिबू सोरेन परिवार आदिवासियों की जमीन लूटने में लगा है। दस्तावेज में दर्ज नामों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुंडा आदिवासी की जमीन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने, हेमंत कुमार सोरेन पिता शिव सोरेन के नाम, दुर्गा सोरेन के जमीन की रजिस्ट्री दुर्गा प्रसाद सोरेन पिता शिव सोरेन के नाम और बसंत सोरेन की जमीन वसंत कुमार सोरेन पिता शिव सोरेन के नाम दिखाई गई।

उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ही जब खुद फर्जी दस्तावेज बनाकर आदिवासियों की जमीन लूट रहा हो, उससे राज्य में मची लूट की रोकने उम्मीद भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि ऐसे सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार से राज्य को मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा संकल्पित है। इसी संकल्प को जनता के बीच संकल्प यात्रा के माध्यम से  जा रही है।

उन्होंने कहा कि यह संकल्प यात्रा राज्य के महान शहीद सिदो कान्हो, चांद भैरव और फूलो झानो की शहीद भूमि, जिन्होंने राज्य के जल, जंगल, जमीन की स्वाभिमान, सम्मान की रक्षा के लिए अंग्रेजो से लड़ते हुए अपनी कुर्बानी देकर की, ऐसे महान विभूतियों की जन्मभूमि भोगनाडीह से शुरू होगी। उन्होंने कहा कि ऐसी लुटेरी सरकार के मुखिया की जगह अब सत्ता की कुर्सी पर नहीं, बल्कि जेल में होनी चाहिए। मुख्यमंत्री को हुए ईडी के समन पर श्री मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर बेदाग हैं, तो डरते क्यों हैं। उन्हें तो ईडी के सवालों का जवाब देना चाहिए। स्वयं ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।