स्पीकर ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, प्रमुख विपक्षी दल BJP ने हमेशा की तरह किया किनारा, NCP और RJD के विधायक भी नहीं पहुंचे
आज विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने 19 दिसम्बर से शुरु हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र को देखते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, आजसू के लंबोदर महतो व भाकपा माले विधायक दल के नेता व सर्वश्रेष्ठ विधायक विनोद कुमार सिंह ने तो भाग लिया, पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा इस सर्वदलीय बैठक में नहीं भाग ली।
बताया जाता है कि चूंकि भाजपा ने विधायक दल के नेता के रुप में बाबूलाल मरांडी को चूना हैं, पर स्पीकर ने बाबूलाल मरांडी को भाजपा विधायक दल के नेता या नेता प्रतिपक्ष के रुप में मान्यता नहीं दी हैं, इसलिए भाजपा के लोग स्पीकर द्वारा बुलाये गये सर्वदलीय बैठक से खुद को किनारा कर लेते हैं। इधर जब हमने विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण से इस मुद्दे पर बात की, कि आखिर आपकी पार्टी से किसी ने भी स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक में क्यों नहीं भाग लिया?
तब उनका कहना था कि स्पीकर ने इस बार भाजपा को सर्वदलीय बैठक में बुलाने का आमंत्रण ही नहीं दिया था, ऐसे में सर्वदलीय बैठक में पहुंचने का सवाल ही कहां उठता हैं। हम सर्वदलीय बैठक में जाये या न जाये, ये सवाल तो तब उठता हैं, जब पार्टी को सर्वदलीय बैठक में बुलाने का आमंत्रण मिले, इस बार तो ऐसा हुआ ही नहीं। इधर देखने में आया कि सत्ता में शामिल राष्ट्रीय जनता दल के एकमात्र विधायक व मंत्री सत्यानन्द भोक्ता भी इस मीटिंग में शामिल नहीं हुए और न ही एनसीपी के नेता इस बैठक में शामिल हुए। कुल मिलाकर स्पीकर समेत पांच लोग स्पीकर के चैंबर में बैठे और मीटिंग सम्पन्न हो गई।