पोर्टिकों में कैमरामैनों, मोबाइलधारकों, फोटोग्राफरों द्वारा फैलायी जा रही अव्यवस्था से स्पीकर भी चिन्तित, दिया ठोस कदम उठाने का आश्वासन
झारखण्ड विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने विद्रोही24. कॉम से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार से सदन के पोर्टिकों में विभिन्न अखबारों/चैनलों/पोर्टलों के कैमरामैनों/मोबाइलधारकों/फोटोग्राफरों की भीड़ इकट्ठी हो रही हैं, और उनके कारण माननीयों को आने-जाने में दिक्कतें हो रही हैं, उस ओर ध्यान उनका भी गया है।
उन्होंने खुद भी महसूस किया कि यह जो व्यवस्था हैं, वह ठीक नहीं है, जल्द ही इस व्यवस्था को ठीक करने के लिए ठोस कदम उठायेंगे ताकि यह जो अव्यवस्था हैं, उससे माननीयों को आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं हो, क्योंकि इससे भविष्य में कुछ भी अनिष्ट होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि वे चाहेंगे कि जो भी विधानसभा में जनहित के मुद्दे आ रहे हैं, उन मुद्दों के प्रति राज्य के प्रशासनिक पदाधिकारी जवाबदेह बनें, साथ ही सारे जनप्रतिनिधियों को भी सदन के प्रति जवाबदेह होना पड़ेगा, ताकि जनहित से जुड़े मुद्दों का लाभ सही मायनों में जनता को मिले, ताकि एक बेहतर वातावरण बने, लोगों को सदन के प्रति निष्ठा जगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में उनके पहले भी कई विधानसभाध्यक्ष हुए, जिन्होंने एक बेहतर वातावरण बनाने का काम किया। उनमें वे इन्दर सिंह नामधारी, शशांक शेखर भोक्ता, सीपी सिंह, दिनेश उरांव आदि का नाम लिया। उन्होंने कहा कि नाम तो स्पीकर होता है, पर स्पीकर को सदन में बोलने का मौका कम ही मिलता है, फिर भी वे सभी के सहयोग से एक बेहतर सदन चलें, इसकी कोशिश वे करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी उन्हें मिली है, वह जिम्मेदारी कठिन है, पर पक्ष-विपक्ष के सहयोग और उनके अनुभव-मार्गदर्शन से उनके लिए कठिन मार्ग भी सुगम हुआ है।
उन्होंने कहा कि वे मानते है कि समस्याएं आयेंगी, पर यह भी सही है कि उन समस्याओं का समाधान भी सदन से ही निकलेगा, नये लोग जो जनप्रतिनिधि के रुप में चुने गये हैं, उन्हें पूरा समय मिलेगा, नये विधायकों को बेहतर प्रशिक्षण मिले, इसके लिए कार्यशाला भी आयोजित करेंगे, कार्यपालिका सदन के प्रति ईमानदार हो, उत्तरादायी हो, इसको सुनिश्चित करेंगे, जनहित में जो भी बातें आयेगी, उसकी सफलता के लिए वह हर प्रकार हस्तक्षेप करेंगे।