अपनी बात

दुमका में चाकूबाजी, भाजपा नेत्री लुईस मरांडी के समर्थकों ने सुनील सोरेन के समर्थकों पर चाकूबाजी करने का लगाया आरोप, राजनीतिक पंडितों ने इस पूरे घटना को ही बताया बकवास

दुमका में कल एक घटना घटी। घटना मामूली सी है। लेकिन इस घटना को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। लुईस मरांडी के एक समर्थक अनुज कुमार सिंह का कहना है कि उस पर सुनील सोरेन के समर्थकों ने चाकू से हमला किया, जिसके कारण वो घायल हो गया। इलाज के लिए वो अस्पताल भी गया और फिर वो घर पर आकर स्वास्थ्य लाभ कर रहा है।

भाजपा नेत्री लुईस मरांडी के समर्थक अनुज कुमार सिंह का कहना है कि जब वो जरवाडीह-इन्दिरानगर मुहल्ले में पहुंचा तो वहां सुनील सोरेन के समर्थक सीताराम मिश्रा भी मौजूद था। जिसने कहा कि यहां से सुनील सोरेन को टिकट मिला है। जिस पर अनुज ने कहा कि अगर सुनील सोरेन को टिकट मिला है तो वो सुनील सोरेन को समर्थन नहीं करेगा, बल्कि लुईस मरांडी का समर्थन करेगा। जिसको लेकर आपस में बहस हो गई और मामला चाकूबाजी तक पहुंच गया। जिसमें अनुज कुमार सिंह घायल हो गया।

राजनीतिक पंडितों की मानें तो जो घायल हुआ हैं वो और जिस पर चाकूबाजी करने का आरोप लगा है। दोनों जमीन से जुड़े हुए धंधे में लिप्त हैं। ये दोनों बराबर आपस में मिलते रहते हैं। खुब याराना भी हैं। लेकिन आपस में चाकूबाजी की घटना ये गले नहीं उतर रही। अनुज का ये कहना कि लुईस का वो समर्थक है। सुनील सोरेन को वो समर्थन नहीं करेगा। पूरी तरह से राजनीतिक रंग देने का प्रयास हैं। अब तो सच्चाई जब पुलिस जांच करेगी तब पता चलेगा। लेकिन इस घटना ने भाजपा के अंदर चल रही अंदरुनी कलह को सतह पर ला दी है।

कहनेवाले तो यह भी कह रहे हैं कि अभी भाजपा ने सूची जारी नहीं की है। अभी सारी बातें हवा में हैं। पता नहीं किस चिलगोजे ने संभावित सूची का नाम प्रसारित करवा दिया। जिसके कारण अब जमीन धंधे में लिप्त लोग आपस में ही भिड़ने लगे और इसे राजनीतिक रंग का प्रयास भी करने लगे। लोग यह भी कह रहे है कि कुकुरमुत्ते की तरह उगे मीडिया में भी भरे चिलगोजों का समूह भी इन सभी प्रकार की घटनाओं को हवा दे रहा हैं। जो समाज के लिए खतरा है।

एक भाजपा समर्थक का कहना था कि भाजपा के संस्कार में तो गाली-गलौज या चाकूबाजी की घटना कभी रही नहीं। लेकिन दुमका में जिस प्रकार से चाकूबाजी के इस घटना को सोशल मीडिया में प्रस्तुत किया जा रहा है। वो बताने के लिए काफी है कि भाजपा में कैसे-कैसे लोगों का आगमन हो चुका है। अगर भाजपा ने ऐसे लोगों पर लगाम नहीं कसी, तो भाजपा तो अभी हार का स्वाद चखने के लिए बेकरार हैं। आनेवाले समय में भाजपा की हालत कांग्रेस की तरह हो जायेगी, लोग आनेवाले समय में बोलेंगे कि इस राज्य में भारतीय जनता पार्टी नामक भी कोई पार्टी हुआ करती थी, जिसका यहां दबदबा हुआ करता था और आज उसका नाम लेनेवाला भी कोई नहीं हैं।

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