आज से काम करने लगेगा रांची जं के दक्षिणी छोर पर बना टिकट काउंटर, सुपर एक्सप्रेस के यात्रियों को इससे कोई लाभ नहीं
रांची जंक्शन के दक्षिणी छोर पर भी एक द्वितीय श्रेणी का टिकट बुकिंग काउंटर खुल गया है, अगर आप डोरंडा, निवारणपुर, हिनू, धुर्वा या खूंटी की तरफ से आ रहे हैं, और आपकी अपनी निजी गाड़ी हैं तो आप ओभरब्रिज के नीचे से अनन्तपुर होते हुए रांची जंक्शन के इस दक्षिणी छोर पर बने नये टिकट बुकिंग काउंटर का लाभ लेते हुए, रांची स्टेशन के एक से पांच प्लेटफार्म तक आराम से पहुंच सकते हैं।
रांची रेल मंडल ने बहुत ही खुबसूरत तरीके से दक्षिणी छोर पर एक छोटा सा द्वितीय श्रेणी का प्रतीक्षालय भी बना रखा है, साथ ही इस लोकेशन को भी सुंदर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ा गया है। इस दक्षिण छोर पर टिकट बुकिंग काउंटर खुल जाने से भीड़ के दिनों में लोगों को बहुत ही सहुलियत होगी, पर जिन्हें रांची से मुरी, बोकारो, गोमो, कोडरमा, गया, पटना होते हुए पूर्णिया या सहरसा जाने के लिए सुपर एक्सप्रेस पकड़ना है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे दक्षिण छोर पर बने टिकट बुकिंग काउंटर की ओर न आये।
क्योंकि ये टिकट बुकिंग काउंटर प्रातः 6.30 बजे से लेकर 10.30 बजे रात्रि तक ही काम करेगा, ऐसे में सुपर एक्सप्रेस पकड़ने के लिए आपको उत्तरी छोर पर बना मुख्य टिकट काउंटर का ही प्रयोग करना पड़ेगा, ऐसे में जिन्हें सुपर एक्सप्रेस पकड़ना है, उनके लिए दक्षिण छोर पर बना ये टिकट बुकिंग काउंटर किसी काम का नहीं, क्योंकि सुपर एक्सप्रेस रांची जंक्शन से सुबह के 6.35 बजे ही प्रस्थान कर जाती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अच्छा रहता कि इस टिकट काउंटर को साढ़े छः बजे की जगह साढ़ें पांच बजे से प्रारम्भ कर दिया जाता, ताकि लोग सही में इसका प्रतिदिन लाभ उठा सकें, क्योंकि मूल मकसद तो रांची की सड़कों पर पड़ रहे बोझ को कम करना है, अगर सुपर एक्सप्रेस के समय लोग इस टिकट काउंटर का लाभ नहीं लेंगे तो एक तरह से यह सुविधा बेकार ही है।
इधर पूरे इलाके को रंग–रोगन कर सजा दिया गया है, जो इलाका कल तक सन्नाटा रहता था, माना जा रहा है कि ये इलाका भी अब गुलजार हो जायेगा और यहां बराबर रेलयात्रियों की भीड़ दिखाई पड़ेगी, क्योंकि जब से चार एवं पांच प्लेटफार्म बनी थी, तब से चहारदिवारी नहीं बनने तक लोग इसी ओर उतरकर अपनी निजी गाड़ी अथवा टेम्पू से अपने अंतिम गंतव्य तक निकल जाते थे, पर अब चूंकि व्यवस्था कर दी गई हैं तो लोगों को आराम मिलना तय है।