राजनीति

झारखण्ड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर का बयान आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे विधानसभाध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो, चुनाव आयोग तत्काल उन पर कार्रवाई करें

झारखंड आंदोलनकारी एवं भाजपा के पूर्व प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने आरोप लगाया है कि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर झामुमो प्रत्याशी नलिन सोरेन के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जबकि वह विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते किसी राजनीतिक दल का प्रचार नहीं कर सकते। श्री प्रभाकर ने इस संबंध में चुनाव आयोग से श्री महतो के विरुद्ध तत्काल कारवाई की मांग की है।

श्री प्रभाकर ने कहा कि रवींद्रनाथ महतो ने कल भी नाला विधानसभा के नूतनडीह ग्राम में आयोजित चुनावी सभा में झामुमो प्रत्याशी नलिन सोरेन और स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन के साथ मंच साझा किया और राजनीतिक भाषण दिया। साथ ही ’जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा’ जैसा आपत्तिजनक बयान भी दिया है। इससे स्पष्ट है कि रवींद्रनाथ महतो को अपने संवैधानिक पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं है।

श्री प्रभाकर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद एक संवैधानिक दायित्व का पद है और इस पर आसीन होते ही संबंधित विधायक को अपने राजनीतिक दल की सदस्यता का त्याग कर देना पड़ता है। विधानसभा अध्यक्ष सिर्फ अपना चुनाव प्रचार कर सकते हैं। लेकिन रवींद्रनाथ महतो ने मर्यादा की सीमा लांघ दी है और खूलेआम झामुमो का प्रत्याशी के समर्थन में जनसंपर्क तथा सभाएं कर रहे हैं और सोशल मीडिया में पोस्ट भी कर रहे हैं। साथ ही खुद को झामुमो विधायक भी बता रहे हैं, जो कि सरासर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।